14+ दिल्ली में घूमने की जगह, राजधानी के खुबसूरत पर्यटन स्थल
भारत की राजधानी दिल्ली कई ऐतिहासिक इमारतों और पर्यटक स्थलों को अपने में संजोए हुए है। दिल्ली को दिलवालो का शहर भी कहा जाता है। दिल्ली में कई पर्यटन और धार्मिक स्थल घूमने के लायक है। यदि भारत में रह कर दिल्ली दर्शन नहीं किए तो इस लेख में हम आपको बताएंगे कि दिल्ली में घूमने की जगह (Delhi Me Ghumne Ki Jagah) कौन कौन सी हैं जहा पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं।
दिल्ली में मुगल शासन काल में बनाई गई अनेकों इमारतें, मस्जिद, गुरुद्वारे, और मंदिर देखने लायक टूरिस्ट प्लेस मिल जायेंगी। दिल्ली भारत की राजधानी होने के कारण यहां पर्यटक देश विदेश से दिल्ली दर्शन करने के लिए आते हैं। लेख के माध्यम से दिल्ली में घूमने लायक जगह को जानने में हम आपकी मदद करेंगे। आज हम जिन जगहों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उन्हें सूचीबद्ध तरीके से लिख रखा है ताकि पढ़ने और समझने में आसानी बनी रहे।
दिल्ली में घूमने की जगह | Delhi Me Ghumne Ki Jagah
दिल्ली में घूमने की जगह का संक्षिप्त परिचय
- लाल किला
- कुतुबमीनार
- जामा मस्जिद दिल्ली
- इंडिया गेट
- हुमायूं का मकबरा
- छत्तरपुर मंदिर
- अक्षरधाम मंदिर
- लोधी गार्डन
- इस्कॉन मंदिर
- लोटस टेंपल
- जंतर मंतर
- वेस्ट टू वंडर पार्क
- ओखला पक्षी अभ्यारण
- नेशनल रेल म्यूज़ियम
- दिल्ली चिड़ियाघर
दिल्ली का संक्षिप्त परिचय (Short Information About Delhi)
- दिल्ली शहर यमुना नदी के किनारे बसा प्राचीन शहर है। वर्तमान में भारत की राजधानी दिल्ली है। दिल्ली शहर भारत में बड़े महानगरों के रूप में शामिल है।
- दिल्ली भारत का एक ऐसा केंद्र शासित प्रदेश है जहां भारत के विभिन्न राज्यों से आकर लोग दिल्ली में बस गए हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा दूूसरे राज्यों के लोग निवास करते हैं।
- दिल्ली का सबसे प्रसिद्ध इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जहां लाखों की संख्या में लोग आवागमन करते है। दिल्ली में ही भारत के अधिकांश सरकारी कार्यालय मौजूद हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में 8 सितंबर से 10 सितंबर 2023 के बीच जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। G-20 शिखर सम्मेलन की पहली बैठक अमेरिका के वॉशिंगटन में साल 2008 में हुई थी इस तरह भारत 18वी बैठक की मेजबानी करने में सफल रहा।
1. लाल किला दिल्ली (Delhi Ka Lal Kila)
मुगल वास्तुशैली द्वारा लाल बलुआ पत्थरो से निर्मित यमुना नदी के किनारे स्थित यह प्राचीन ऐतिहासिक इमारत दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। लाल किले का निर्माण तोमर राजा अनंगपाल द्वितीय के समय 1060 ई में करवाया गया था।
तत्पश्चात किले का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा 1638 में करवाया गया था जो 1648 ई में लगभग 10 साल की अवधि में बनकर पूरा हुआ था। लाल बलुआ पत्थर से बनी लाल रंग की इमारत के कारण इसे लाल किला कहा जाने लगा गया। लाल किले को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में 2006 में शामिल किया गया है।
लाल किला भारत देश की आनबान शान और आजादी का प्रतीक के रूप में कीर्तिमान है। लाल किले की सुंदरता और शाही बनावट के कारण इसे देखने के लिए दुनियां के अलग अलग देशों से लाखो की संख्या में पर्यटक आते हैं। लाल किला मुगल काल की अदभुत वास्तुकला का अनोखा और अनुपम उदाहरण है। लाल क़िले की प्राचीर से भारत के प्रधानमन्त्री स्वतंत्रता दिवस पर और राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराते हैं।
किले के अंदर प्रसिद्ध संग्रहालय है जहां पर मुगल शासन काल से जुड़ी प्राचीन वस्तुएं रखी गई है। यह किला 250 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। लाल किले में पहुंचकर अपनी यात्रा के यादगार लमहों को कैमरे में कैद कर सकते हैं। लाल क़िले को देखने के बाद चांदनी चौक मार्केट में शॉपिंग भी कर सकते हैं। चांदनी चौक मार्केट लाल क़िले के ठीक सामने स्थित है।
किले की एंट्री टिकट: भारत की अमूल्य धरोहर लाल क़िले को देखने के लिए 35 रुपए प्रवेश शुल्क है।
लाल किले की Timing: लाल किला सप्ताह के प्रत्येक सोमवार को बंद रहता है और बाकी दिन खुला रहता है।
2. कुतुबमीनार दिल्ली (Delhi, Qutub Minar)
दिल्ली के महरौली स्थित कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा करवाया गया था। यह दिल्ली में विश्व की सबसे ऊंची ऐतिहासिक इमारत के रूप में प्रसिद्ध है। कुतुबमीनार को दिल्ली के पहले मुगल शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने अफगानिस्तान में स्थित जाम की मीनार से प्रेरणा लेते हुए 1193 में लाल बलुआ पत्थरो से इस मीनार की नीव डाली थी।
इसके बाद इल्तुतमिश ने तीन मंजिल का निर्माण करवाया बाद में 1368 ई में फिरोजशाह तुगलक ने अंतिम पांच मंजिल का निर्माण करवाया था। मीनार में कुरान की आयते और फूलो की महीन कारीगरी की गई है।
कुतुबमीनार को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है। कुतुबमीनार के परिसर में चंद्रगुप्त द्वितीय द्वारा निर्मित एक लौह स्तंभ स्थित है जिसमे आज तक जंग नहीं लगी है। दिल्ली में स्थित इस मीनार को देखने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
कुतुबमीनार का टिकट: ऐतिहासिक मॉन्यूमेंट्स को देखने के लिए 35 रूपए का टिकट शुल्क लिया जाता है।
3. जामा मस्जिद दिल्ली (Jama masjid Delhi)
मस्जिद-ए-जहां-नुमा जिसे दिल्ली की जामा मस्जिद के नाम से जाना जाता है। दिल्ली की जामा मस्जिद का निर्माण 1656 ई में मुगल बादशाह शाहजहां ने लाल पत्थर और संगमरमर से करवाया था। यह 41 मीटर लंबी भारत की सबसे बड़ी जामा मस्जिद में शुमार है।
कहते है इस मस्जिद को बनने में 10 लाख रुपए की लागत लगी थी जो 6 साल में बनकर तैयार हुई थी। मस्जिद को कारीगर उस्ताद खलील द्वारा डिजाइन किया गया था। मस्जिद को लगभग 5000 से ज्यादा मजदूरों ने बना कर तैयार किया था। मस्जिद में प्रवेश हेतु पूरब और दक्षिण में दो द्वार बने हुए है।
जिसमे दक्षिण द्वारा सप्ताह में केवल शुक्रवार को खोला जाता है। जामा मस्जिद को राजनीतिक मंच के रूप में समय समय पर उपयोग में लाया गया है। दिल्ली के लाल किले से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। लाल किले से आप पैदल चलकर इस मस्जिद का दीदार कर सकते हैं।
4. इंडिया गेट दिल्ली (India Gate New Delhi)
इंडिया गेट को प्रथम विश्वयुद्ध और अफगान युद्ध में शाहिद हुए 90000 भारतीय जवानों की याद में 1931 में बनवाया गया था। इसकी रूपरेखा एडवर्ड लुटियांस ने तैयार की थी। लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह ऐतिहासिक स्मारक दर्शनीय है।
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर स्थित 43 मीटर ऊंचा राष्ट्रीय स्मारक है। राइफल में टंगी टोपी के सामने शहीदों की याद में हमेशा यहां "अमर जवान ज्योति" 24 घंटे जलती हुई बीरों की दस्ता बयान करती है। इंडिया गेट को अखिल भारतीय युद्ध स्मारक के रूप में भी जाना जाता है। पहले यह किंग्सवे नाम से लोगो के बीच लोकप्रिय था।
प्रत्येक वर्ष भारत के माननीय प्रधानमंत्री और तीनो सेनाध्यक्ष द्वारा फूल चढ़ाकर बीर शाहिद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। इसके साथ ही इंडिया गेट के परिसर में बने सुंदर हरे भरे बाग बगीचे हर पर्यटक को देखने के लिए मजबूर करते हैं। इंडिया गेट घूमना पूरी तरह फ्री है। शाम को 06:30 बजे इंडिया गेट पर ही रिट्रीट सेरेमनी की जाती है जिसे देखना चाहिए।
इंडिया गेट घूमने की Timing: इंडिया गेट में घूमने के लिए सुबह 9 बजे से रात 0830 बजे तक घूमने की अनुमति रहती है।
5. हुमायूं का मकबरा (Humayun Ka Makbara)
हुमायूं का मकबरा दिल्ली में मथुरा रोड़ पर स्थित है। इसका निर्माण 1572 में हुमायूं की विधवा बेगम हमीदा बानो द्वारा बलुआ पत्थरो से करवाया गया था। मकबरे को बनने में लगभग 10 साल का वक्त लगा था। यह मकबरा मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। मकबरे में मुगल शाही परिवार की 100 से ज्यादा कब्र बनी हुई हैं जिसकी वजह से इसे मुगलों का शयनगार भी कहते हैं।
मकबरे के अंदर हुमायूं की कब्र बनी हुई है साथ ही हुमायूं की बेगम हमीदा बानो और शाहजहां के बड़े पुत्र दारा शिकोह और कई अन्य मुगल सम्राट की कब्रे बनी हुई हैं। हुमायूं के मकबरे को यूनेस्को द्वारा 1993 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है।
टिकट शुल्क: मकबरे में घूमने के लिए 40 रुपए का टिकट शुल्क लिया जाता है। जिसमें सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच घूमने के लिए जा सकते हैं।
6. छत्तरपुर मंदिर दिल्ली (Chhattarpur Mandir)
1964 में बाबा संत नागपाल द्वारा स्थापित माता दुर्गा को समर्पित छत्तरपुर मंदिर भारत का दूसरा सबसे बड़ा 70 एकड़ के क्षेत्र में बना मंदिर है। मंदिर को श्री अद्देया कात्यायनी शक्ति पीठ के नाम से जाना जाता है। भारतीय शैली में बने मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर के पत्थरो द्वारा किया गया है। मंदिर परिसर में अनेकों पेड़ पौधे और फूल लगे हुए है जो इस मंदिर की शोभा में चार चांद लगाते हैं।
मंदिर में मां दुर्गा की मूर्ति के अलावा यहां आपको भगवान विष्णु, शंकर जी, हनुमान जी, गणेश भगवान, प्रभु श्री राम, लक्ष्मी माता और अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई है। नवरात्रि के पावन अवसर पर माता के भक्तो का तांता लगता है। जिसमे दूर दूर से बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए आते है। मंदिर में भक्तो के रुकने के लिए आवास गृह भी बने हुए हैं। यदि आप दूर शहर से दर्शन के लिए जाते हैं तो रूम लेकर ठहर सकते हैं।
मंदिर की लोकेशन: मां कात्यायनी का मंदिर दिल्ली में गुड़गांव मार्ग पर छत्तरपुर मेट्रो स्टेशन के पास 5 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित है। मंदिर में दर्शन करना बिलकुल फ्री है लेकीन दर्शन करने के लिए टोकन लेना पड़ता है।
मंदिर खुलने का समय: मंदिर के कपाट भक्तो के लिए सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है वही नवरात्री के दिनों मंदिर पूरे 24 घंटे खुला रहता है।
7. अक्षरधाम मंदिर दिल्ली (Akshardham Mandir New Delhi)
अक्षरधाम मंदिर जिसे "स्वामीनारायण अक्षरधाम" मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। यह मंदिर पर्यटकों के घूमने के लिए अनोखा सांस्कृतिक दर्शनीय स्थल है। दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मंदिर होने के कारण 2007 में इस मंदिर को गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। अक्षरधाम मंदिर हिंदू धर्म की प्राचीन सनातन संस्कृति को दर्शाता है।
मंदिर के निर्माण में लोहा, सरिया, स्टील किसी भी धातु का उपयोग नहीं किया गया। मंदिर का निर्माण गुलाबी संगमरमर और बलुआ पत्थर दोनो के मिश्रण से किया गया है। जिसे 11000 से अधिक मजदूरों और कारीगरों द्वारा बनाने में 5 वर्ष का वक्त लग गया था। अक्षरधाम मंदिर 100 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है।
मंदिर में रोजाना शाम को होने वाला फब्बारा शो दर्शनीय है। वैसे तो मंदिर के अंदर घूमने के लिए मुफ्त है लेकिन अंदर अलग अलग भागो में जाने के लिए प्रवेश शुल्क लिया जाता है। यह मंदिर सोमवार को बंद रहता है। अपनी साप्ताहिक छुट्टी में मंदिर घूमने के लिए जा सकते हैं। मंदिर में शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिलता है।
अक्षरधाम मंदिर की टिकट: मंदिर की सुंदरता को देखने के लिए 170 रुपए का टिकट शुल्क लिया जाता है।
8. लोधी गार्डन दिल्ली (Lodhi Garden)
लोधी गार्डन हुमायूं मकबरे के समीप ही स्थित है। अंग्रेजो के शासन काल के दौरान इस गार्डन को लेडी विलिंगटन पार्क के नाम से जाना जाता था। यह उद्यान प्राचीन काल में एक गांव था। जिसके आसपास लोधी वंश के अनेकों स्मारक थे। लोधी गार्डन में बड़ा गुम्मद मस्जिद है जिसकी वास्तुशैली मुगल काल की है।
लोधी गार्डन में आपको अनेकों शासकों के मकबरे जैसे लोधी का मकबरा, मुहम्मद शाह का मकबरा देखने को मिल जायेंगे। गार्डन के अंदर तालाब, फूल, हरे भरे पेड़ देख सकते हैं। सुबह के वक्त आप गार्डन में जॉगिंग का आनंद भी ले सकते हैं। लोधी गार्डन में घूमना फिरना बिलकुल फ्री है। सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक गार्डेन लोगों के लिए खुला रहता है।
9. इस्कॉन मंदिर दिल्ली (Iskcon Temple Delhi)
कृष्ण भक्ति में लीन होना चाहते हैं तो इस्कॉन मंदिर में जाकर कृष्ण भगवान की आराधना कर सकते हैं। दिल्ली में इस्कॉन मंदिर नेहरू प्लेस के पास हरे कृष्ण पर्वत पर स्थित वैष्णव मंदिर है। मंदिर में प्रमुख रूप से भगवान श्री कृष्ण के साथ राधा रानी विराजमान है। मंदिर में सबसे बडी भगवत गीता भी है।
प्रत्येक वर्ष जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में मंदिर को धूम धाम से सजाया जाता है। इस दिन कृष्ण भक्ति में लीन कृष्ण भक्त भारी संख्या में प्रभु के दर्शन करने के लिए आते है। इस्कॉन मंदिर का उदघाटन पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने 1998 में किया था। इस्कॉन टेंपल में दर्शन के लिए कोई एंट्री शुल्क नहीं लिया जाता है।
इस्कॉन टेंपल लोकेशन : इस्कॉन टेंपल लोटस टेंपल से 2 किमी की दूरी पर स्थित है जहां पैदल चलकर या फिर ऑटो रिक्शा द्वारा पहुंचा जा सकता है।
10. लोटस टेंपल दिल्ली (Lotus Temple Delhi)
लोटस टेंपल जिसे हिंदी में कमल मंदिर के नाम से जाना जाता है। लोटस टेंपल का निर्माण 1986 में बहाई धर्म के लोगों द्वारा करवाया गया था।लोटस मंदिर दिल्ली में नेहरू प्लेस के पास स्थित है। यह मंदिर भारत का अनोखा मंदिर है। मंदिर के अंदर किसी भी देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित नही की गई है और न ही मंदिर में किसी भगवान की पूजा अर्चना की जाती है।
मंदिर में सभी धर्मो को सामान माना जाता है और मंदिर में सभी धर्मो के पवित्र धार्मिक ग्रंथों को पढ़ा जाता है। माना जाता है की भगवान की भक्ति करने के लिए किसी भी मूर्ति की आवश्यकता नही है। मंदिर परिसर विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है जहां खूबसूरत पार्क और हरियाली मन को प्रफुल्लित कर देने योग्य रहती है।
कमल मंदिर एक बहाई उपासना स्थल के रूप में जाना जाता है। मंदिर में दर्शन करने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में धार्मिक लोग जाते है। कमल के पुष्प से प्रेरणा लेकर इस मंदिर को स्थापित किया गया है जैसे कमल एक कीचड़ में खिलने के बाद पवित्र रहता है। उसी तरह मनुष्य अपने जीवन में कठिनाइयों को दूर करते हुए आध्यात्म प्राप्त कर सकता है।
मंदिर में दर्शन का समय : मंदिर में दर्शन के लिए सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे के बीच खुला रहता है। साथ ही सोमवार को मंदिर बंद रहता है। मंदिर में दर्शन करना नि:शुल्क है।
11. जंतर मंतर दिल्ली (Jantar Mantar Delhi)
जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने अपने शासन काल (1699-1743) में पांच खगोलीय वेधशाला का निर्माण करवाया था जिन्हें जंतर मंतर के नाम से जाना जाता है। महाराज जयसिंह को खगोल विज्ञान में विशेष रुचि थी जिस वजह से उन्होंने जंतर मंतर को बनवाया था। दिल्ली के जंतर मंतर का निर्माण 1724 में महाराजा सवाई जयसिंह ने करवाया था। दिल्ली और जयपुर के अलावा अन्य तीन और जंतर मंतर उज्जैन मथुरा और वाराणसी का निर्माण महाराज सवाई जयसिंह ने करवाया था। दिल्ली के जंतर मंतर का उपयोग खगोलीय वेधशाला के रूप में किया जाता था।
जंतर मंतर में ग्रहों की गति मापने के लिए कई तरह के यंत्र लगे हुए हैं।जिसके माध्यम से सूर्य के प्रकाश से समय और ग्रहों की स्थित की जानकारी प्राप्त की जाती है। जंतर मंतर में लगे यंत्रों को नाम दिया गया है जिसमे से एक यंत्र जिसे साल का सबसे बड़ा और छोटा दिन मापने के लिए उपयोग किया जाता है राम और जय प्रकाश यंत्र खगोलीय पिंड की गति को ज्ञात करने के लिए उपयोग किया जाता है। दिल्ली का जंतर मंतर कनॉट प्लेस के पास स्थित है।
जंतर मंतर का टिकट: जंतर मंतर में घूमने के लिए प्रति व्यक्ति 25 रुपए लगते हैं।
12. वेस्ट टू वंडर पार्क दिल्ली (Waste To Wonder Park Delhi)
अगर दुनियां के सात अजूबे एक साथ देखना चाहते हैं तो दिल्ली में स्थित वेस्ट टू वंडर पार्क में जरूर जाएं यह थीम पार्क राजीव गांधी स्मृति वन के नाम से भी जाना जाता है। जिसमे भारत का ताजमहल, पिसा की झुकी हुई मीनार, अमेरिका की स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी, मिस्र में गीजा के पिरामिड, फ्रांस का एफिल टावर, इटली का कोलोसियम, ब्राजील का क्राइस्ट द रिडीमर जैसे पार्क में सात अजूबों को कचरे के द्वारा रिसाइकल करके बनाया गया है इसलिए इसे वेस्ट टू वंडर पार्क नाम से जाना जाता है।
पार्क का निर्माण दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) ने 150 टन पुराने कचरे को इस्तेमाल करके 7.5 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया है। पार्क का उद्घाटन 21 फरबरी 2019 में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी ने किया था। थीम पार्क के अंदर खानें पीने के लिए कई रेस्टोरेंट बने हुए हैं जहां घूमते हुए खानें का स्वाद ले सकते हैं।
लोकेशन : वेस्ट टू वंडर थीम पार्क हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन के पास सराई काले खां में स्थित है। थीम पार्क में घूमने जाने के लिए सुबह 10 बजे से रात के 11 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को यह पार्क बंद रहता है।
प्रवेश शुल्क: जिसमे घूमने के लिए बड़े व्यक्ति का शुल्क 50 रुपए है और 3 से 12 साल के बच्चों की टिकट 25 रुपए है।
13. ओखला पक्षी अभ्यारण (Okhla Bird Sanctuary Delhi)
ओखला पक्षी बिहार दिल्ली के नोएडा गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित एक पक्षी अभ्यारण है। इस पक्षी बिहार में आप तरह तरह के 300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियों को कलरव करते देख सकते हैं। ओखला पक्षी बिहार लगभग 4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हरियाली से भरा हुआ शांत इलाका है। शहर की चकाचौंध से दूर प्रकृति प्रेमियों के लिए ओखला पक्षी विहार सबसे आदर्श पर्यटन स्थल है।
दिल्ली (NCR) और उत्तर प्रदेश सीमा नोएडा पर यह पक्षी बिहार स्थित है। इसी स्थान से यमुना नदी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है। प्रकृति की गोद में हरियाली और पेड़ पौधो से घिरे अभ्यारण में आप शांत वातावरण में घूमने के लिए जा सकते हैं। ओखला पक्षी विहार में खाना लेकर जाया जा सकता है जहां परिवार और दोस्तों के साथ पिकनीक Trip का आनंद उठा सकते हैं।
कैसे पहुंचे: नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से ओखला पक्षी विहार मेट्रो स्टेशन के लिए जा सकते हैं। मेट्रो स्टेशन से करीब 500 मीटर दूर पड़ता है। पक्षी विहार सुबह 7 बजे से शाम पांच बजे तक खुला रहता है।
Ticket Price: ओखला बर्ड सेंचुरी में घूमने के लिए 30 रुपए टिकट शुल्क है। कैमरा लेकर जाते हैं तो 500 रुपए टिकट लगता है।
14. नेशनल रेल म्यूज़ियम दिल्ली (Rail Museum Delhi)
1977 में स्थापित दिल्ली में नेशनल रेल म्यूजियम एक लोकप्रिय जगह है। यह लगभग 10 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमे रेलगाड़ियों के विभिन्न प्रकार के मॉडल, पुराने जमाने के कोच, इंजन जैसी रेल धरोहर को देखने का मौका मिलेगा। नेशनल रेल म्यूजियम में आप 140 साल पुराने तरह तरह की रेलगाड़ी जिसमे डीजल से चलने वाली, भाप से चलने वाले इंजन, टॉय रेलगाड़ी जैसी रेलगाड़ियां देखने को मिलेंगी। रेल म्यूजियम को देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक देखने के लिए आते हैं।
Location: Service Road, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, सबसे नजदीक मोती बाग मेट्रो स्टेशन
रेल म्यूज़ियम टिकट शुल्क: रेल म्यूज़ियम के अंदर वीकेंड के दिनों घूमने के लिए 100 रुपए का एंट्री शुल्क है और वीक डे में 50 रुपए है। म्यूजियम में घूमने का समय गर्मी में सुबह 10 बजे से शाम 7 नई तक रहता है। जबकि सर्दियों में समय 10 बजे शाम 5 बजे तक रहता है। सोमवार और राष्ट्रिय अवकाश को रेल म्यूज़ियम बंद रहता है।
15. दिल्ली का चिड़ियाघर (National Zoological Park Delhi)
दिल्ली के चिड़ियाघर कई तरह के यूनिक जंगली जानवरों और पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है जो की साधारण चिड़ियाघरों में देखने को नही मिलते हैं। दिल्ली के चिड़ियाघर में सफेद बाघ, हाइना, भालू , ताड़ विलाऊ, एशियाई शेर, जंगली बिल्ली, शियार, चिंकारा हिरण, सांभर हिरण, नील गाय, गैड़ा, दरियाई घोड़ा, हाथी, जैगुआर, मगरमच्छ, घड़ियाल, बंदरों की प्रजाति, पक्षियों की प्रजाति, भारतीय मोर, सफेद मोर, मकाऊ तोता, शुतुरमुर्ग, एमू, जैसे अद्भुत जीव जंतु देखने को मिलते हैं।
पक्षियों को प्राकृतिक परिवेश में रहने के लिए एक छोटी से झील का निर्माण भी किया गया है। दिल्ली के चिड़ियाघर में सांप हाउस भी बना हुआ है जहां पर अनेकों तरह के सांपो को देख सकते हैं। सांप हाउस शाम 04:30 तक बंद हो जाता है। चिड़ियाघर में घूमने के लिए इलेक्ट्रिक रिक्शा भी चलते हैं यदि पैदल चलकर नही घूमना चाहते तो रिक्शा में किराया देकर घूम सकते हैं। चिड़ियाघर में घूमने के लिए जाते हैं तो खाद्य पदार्थ ले जाने की अनुमति नहीं है। साथ में अतिरिक्त सामान लेकर गए हैं तो क्लॉक रूम में साधारण किराया शुल्क देकर रख सकते हैं।
चिड़ियाघर टिकट Price : Delhi Zoo में घूमने का Tikat Price प्रति व्यक्ति 80 रुपए है वही 5 साल से अधिक उम्र के बच्चों का 40 रुपए लगता है। चिड़ियाघर का टिकट ऑनलाइन ही मिलता है।
Delhi Zoo Location: दिल्ली का चिड़ियाघर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 6 किमी दूर मथुरा रोड़ प्रगति मैदान में पुराना किले के पास पड़ता है। सबसे नजदीक खान मार्केट और सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन हैं।
Zoo खुलने का समय: दिल्ली Zoo सुबह 8:30 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। चिड़ियाघर में लास्ट एंट्री 04:30 तक बंद हो जाती है। चिड़ियाघर राष्ट्रिय अवकाश और प्रत्येक शुक्रवार को बंद रहता है।
दिल्ली में घूमने की जगह की सूची (Famous Places Delhi)
- गार्डन ऑफ फाइव सेंस
- नेशनल वार मेमोरियल
- राष्ट्रपति भवन
- शिल्प संग्रहालय
- राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र
- राजघाट गांधी स्मारक
- हौज खास किला
- पुराना किला दिल्ली
- द्वारका झील
- नेशनल म्यूजियम
- मुगल गार्डन
- प्रगति मैदान
- बिरला मंदिर दिल्ली
दिल्ली के आसपास घूमने की जगह (Tourism Arround Delhi)
- मथुरा बृंदावन
- आगरा का ताजमहल
- हरिद्वार
- वैष्णो देवी मंदिर कटरा जम्मू
- जयपुर
- मेंहदीपुर बालाजी दर्शन कैसे करे
दिल्ली घूमने के लिए अच्छा मौसम क्या है? (Best Time to Visit Delhi)
दिल्ली घूमने जाने की योजना बना चुके है तो आपको बता दें दिल्ली में घूमने का सबसे अच्छा मौसम नवंबर से लेकर मार्च तक अच्छा होता है। इस दौरान दिल्ली का मौसम कूल रहता है। जबकि अप्रैल से लेकर जून तक दिल्ली में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। साथ ही जुलाई से सितंबर तक दिल्ली में बारिश का मानसून रहता है।
दिल्ली कैसे पहुंचे? | How To Reach Delhi
भारत में किसी भी अन्य शहर की अपेक्षा दिल्ली पहुंचना बहुत आसान है। जिसमे यदि आप दक्षिण भारत में भी रहते है तब भी बहुत आसानी से दिल्ली पहुंच सकते हैं।
ट्रेन द्वारा दिल्ली कैसे पहुंचे? (by Train how To Reach Delhi)
ट्रेन के द्वारा दिल्ली पहुंचने के लिए बहुत ही सरल माध्यम है। दिल्ली में रेल द्वारा पहुंचने के लिए मुख्य रूप से 4 रेलवे स्टेशन है। जिसमे न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और आनंद बिहार रेलवे स्टेशन है।
अगर आप दिल्ली घूमने के लिए आ रहे है तो कोशिश करे की नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ही उतरे क्योंकि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास बहुत से होटल है जिसमें आप ठहर सकते हैं।
भारत के लगभग सभी राज्यों के शहरो से दिल्ली तक ट्रेन चलती है। जिसमे स्लीपर और एसी का किराया भी नॉर्मल रहता है। आप अपने शहर से ट्रेन का टिकट बुक करके दिल्ली का सफर कर सकते है।
दिल्ली बस से कैसे जाएं? (How To Reach Delhi By Bus)
दिल्ली भारत के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। जिसमे यमुना एक्सप्रेस वे से बहुत ही कम समय में दिल्ली पहुंच सकते हैं। कानपुर शहर और लखनऊ से दिल्ली जाने के लिए बहुत सी बसे चलती है जो लगभग 8 से 10 घंटे में दिल्ली पहुंच देती है। और जिनका किराया भी 800 रुपए से 1200 रुपए तक रहता है।
अगर आप रात को बस में सफर करने के लिए बैठेंगे तो सुबह आप दिल्ली पहुंच जायेंगे। दिल्ली में अधिकतर बसे कश्मीरी गेट आईएसबीटी बस स्टैंड में जाकर रुकती हैं। अगर आप चाहे तो अपने निजी वाहन से दिल्ली घूमने के लिए जा सकते हैं।
फ्लाइट्स से दिल्ली कैसे पहुंचे? (How To Reach Delhi By Flights)
फ्लाइट से दिल्ली पहुंचने के लिए इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI) है। जिसमे टर्मिनल 1D पर घरेलू उड़ाने संचालित होती रहती हैं। और टर्मिनल 3 से अंतर्राष्ट्रीय उड़ने संचालित की जाती है। दिल्ली का एयरपोर्ट भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। भारत के कोने कोने से फ्लाइट्स दिल्ली के लिए उड़ाने भरती रहती हैं। आप अपने शहर से फ्लाइट का टिकट बुक करके दिल्ली आसानी से पहुंच सकते हैं।
दिल्ली में कहां ठहरे? (Delhi me Rukhne ki jagah)
दिल्ली में ठहरने के लिए बहुत से होटल हैं जिसमें आप कम बजट से लेकर महंगे बजट तक के होटल आसानी से मिल जायेंगे। यदि आप दिल्ली में घूमने जा रहे हैं तो कोशिश करे की होटल आप दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक ही ले। आप चाहे तो ऑनलाइन सर्च करके अपने बजट के अनुसार रूम बुक कर सकते है।
दिल्ली कैसे घूमे? (Delhi Ghume Ki Jagah)
दिल्ली के सभी पर्यटक स्थल (Tourist Places) घूमने के 2 दिन के घूमने का प्लान बना कर दिल्ली आना चाहिए। दिल्ली में लोकल घूमने के लिए ई-रिक्शा, और ऑटो रिक्शा मिल जायेगे यदि आप ऑटो रिक्शा से दिल्ली में घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो ऑटो का किराया पहले से ही तय कर ले और यह तय कर ले की आपको कहां कहां घूमने के लिए जाना है और उस जगह में कितनी देर घूमेंगे नही तो ऑटो वाला बाद में आपसे ज्यादा रुपए ले सकता है। ऑटो और कैब का किराया दिल्ली में मेट्रो और सार्वजनिक बसों से ज्यादा लग जायेगा।
यदि घूमने वाली जगह तक मेट्रो चलती है तो बेहतर है की आपको मेट्रो से पर्यटक स्थल तक जाना चाहिए। दिल्ली में मेट्रो यात्रा के लिए बहुत ही सरल और सुगम साधन बन गया है। ऑटो या कैब की अपेक्षा आप बहुत ही कम समय में और कम किराए में अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
इसके अलावा दिल्ली शहर में सार्वजनिक बसे दिल्ली के कोने कोने तक चलती हैं जिनका किराया भी नॉर्मल राहत है आप चाहे तो बस के द्वारा दिल्ली में घूम सकते हैं। साथ ही बहुत से प्राइवेट कैब चलती है। जिसे बुक करके आप दिल्ली की सभी जगहों को बारी बारी घूम सकते हैं और कैब आपको आपके होटल तक भी वापस ड्रॉप कर देगा।
दिल्ली का प्रसिद्ध भोजन क्या है? (Delhi Ka Famous Food)
दिल्ली में खाने के लिए आपको सभी तरह के भारतीय व्यंजन का स्वाद ले सकेंगे। दिल्ली में छोला भटूरा, दही पराठे, पानीपुरी, चाट जैसे प्रसिद्ध भोजन का स्वाद ले सकते हैं।
दिल्ली के प्रमुख बाज़ार (Delhi Famous Market)
अब आपको जानकारी देंगे की दिल्ली में खरीदारी करने के लिए कौन कौन से बाजार हैं। दिल्ली में खरीदारी करने के लिए अनेकों बड़े बड़े बाज़ार है जहां पर समान बहुत ही सस्ता मिलता है। जिसमे इलेक्ट्रॉनिक्स के समान एक्सेसरीज, कपड़े, घरेलू सामान की खरीदारी कर सकते हैं।
करोल बाग दिल्ली (Karol Bagh Delhi)
दिल्ली का करोल बाग मार्केट इलेक्ट्रिक समान के लिए प्रसिद्ध है जिसमे मोबाइल और मोबाइल की एक्सेसरीज से लेकर, LED TV, फ्रीज, कूलर, mobile रिपेयरिंग जैसे इलेक्ट्रोनिक समान बहुत ही सस्ते दामों में मिल जाता है। भारत के विभिन्न राज्यों से थोक इलेक्ट्रोनिक का सामान लेने के लिए दुकानदार आते रहते है।
कनॉट प्लेस राजीव चौक दिल्ली (Rajiv chowk Delhi)
अगर आपको ब्रांडेड सस्ते कपड़े चाहिए तो आप दिल्ली के राजीव चौक बाज़ार में खरीदारी करने के लिए जा सकते हैं। मार्केट में आपको पुरुष, महिलाओ के सभी डिजाइन के कपड़े आसानी से सस्ते दामों में मिल जायेंगे।
गांधी मार्केट दिल्ली (Gandhi Market Delhi)
गांधी मार्केट दिल्ली में कपड़ो के होलसेल और थोक के रूप में कपड़ो की खरीदारी कर सकते हैं। जिसमे दूल्हा शेरवानी बहुत ही सस्ते दामों में मिल जाती है। यह मार्केट प्रत्येक सोमवार को बंद रहता है।
नेहरू प्लेस दिल्ली (Nehru Place Delhi)
नेहरू प्लेस दिल्ली में स्थित एशिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक का बाज़ार है। जहां पर आपको बहुत सस्ते दामों में इलेक्ट्रोनिक का सामान मिल जायेगा। जिसमे लैपटॉप, मोबाइल फोन के सभी मॉडल बाकी दुकानों की अपेक्षा सस्ते दाम में मिल जायेगे।
चांदनी चौक मार्केट दिल्ली (Chandni Chowk Market Delhi)
Delhi Me Ghumne Ki Jagah के अलावा दिल्ली की सकरी तंग गलियों में स्थित चांदनी चौक मार्केट सबसे प्रसिद्ध मार्केट है। जहां पर आपको कपड़े, जूते, चप्पल, कॉस्मेटिक का सामान जैसे अनेकों तरह के समान की खरीदारी कर सकते हैं।
FAQs
1. ओखला पक्षी बिहार कहा स्थित है?
ओखला पक्षी बिहार उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के नोएडा में स्थित है। यह पक्षी अभ्यारण दिल्ली उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित है।
2. दिल्ली में सस्ते कपड़े कहां मिलते हैं?
अगर आपको सस्ते और अच्छे कपड़े खरीदना हो तो दिल्ली की सस्ती मार्केट गांधी नगर मार्केट है। जहां पर सभी तरह के कपड़ो की खरीदारी कर सकते है। मार्केट में जैकेट, जींस, साड़ी, शर्ट, पैंट, लेडीज कपड़े, आदि सभी सस्ते दामों में मिल जायेंगे यह मार्केट दिल्ली का सबसे बड़ा होलसेल मार्केट है। सोमवार को यह मार्केट बंद रहती है। गांधी नगर मार्केट में दूसरे राज्य के कपड़ा व्यापारी थोक में कपड़ा खरीदने के लिए जाते हैं।
3. सरोजनी नगर मार्केट किस दिन बंद रहता है?
सरोजनी नगर मार्केट प्रत्येक सोमवार के दिन बंद रहता है। सोमवार को साप्ताहिक बंदी रहती है। अगर आप सरोजनी नगर मार्केट में खरीदारी करने जाना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन जाएं।
4. दिल्ली का लाल किला किसने बनवाया था?
दिल्ली के लाल किले का निर्माण तोमर राजा अनंगपाल द्वितीय के समय 1060 ई में करवाया गया था। जिसमे बलुआ पत्थरो का उपयोग किया गया है।
5. दिल्ली का लोकप्रिय क्रिकेट स्टेडियम का नाम क्या है?
राजधानी दिल्ली में स्थित अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम सबसे लोकप्रिय स्टेडियम है पहले इस क्रिकेट ग्राउंड का नाम फिरोज़ शाह कोटला था। लेकिन भारत सरकार ने 12 सितंबर 2019 तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रख दिया। अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय क्रिकेट खेलों का आयोजन होता रहता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
लेख को पढ़कर आपने जाना की दिल्ली में घूमने की जगह (Delhi Me Ghumne Ki Jagah) कौन कौन सी हैं। दिल्ली एक ऐसा शहर है जहां आप घूमने और मौज मस्ती करने के साथ की सामान की खरीदारी भी कर सकते हैं। दिल्ली में बहुत सी मार्केट हैं जहां कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की थोक या फुटकर में खरीदारी कर सकते हैं।