Top10 नेपाल में घूमने की जगह-Places to Visit in Nepal

भारत में घूमने के आलावा यदि आप दूसरे देशों में घूमने की योजना बना रहे हैं तो भारत के पड़ोसी देश नेपाल में घूमने के लिए अच्छी जगह है। नेपाल ऐसा देश है जहां बीना बीजा और पासपोर्ट के घूमा जा सकता है। भारत की अपेक्षा नेपाल में आप कम पैसे में घूम सकते हैं। अगर आप नेपाल घूमना चाहते हैं तो आर्टिकल में जान लीजिए कि नेपाल में घूमने की जगह (Places to Visit in Nepal) कौन सी हैं जहां पर आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं।

Nepal Me Ghumne Ki Jagah

नेपाल में देखने के लिए बौद्ध मंदिर, बौद्ध मठ, ऐतिहासिक इमारतें, खूबसूरत नदियां और झरने, बड़े बड़े पहाड़, नेपाल की संस्कृति तथा चारो ओर फैली प्राकृतिक हरियाली की छटा जैसे प्रकृति के मनोरम दृश्य देखने को मिलते है। नेपाल में ऊंचे ऊंचे पहाड़ होने के कारण नेपाल को "दुनियां की छत" कहा जाता है।

कहते है भारत और नेपाल के बीच रोटी बेटी का रिश्ता है। नेपाल एक छोटा सा धार्मिक और सांस्कृतिक देश है। इसकी राजधानी काठमांडू है। नेपाल में आपराधिक घटनाएं बहुत कम होती हैं। इसलिए नेपाल घूमने के लिए एक सुरक्षित देश है जिसकी वजह से नेपाल में घूमने के लिए विदेशी पर्यटक लाखों की संख्या में जाते हैं। चलिए जान लेते हैं की नेपाल में घूमने की जगह (Places to Visit in Nepal) कौन सी हैं। यदि आपने लेख को अच्छी तरह से पढ़ लिया तो नेपाल घूमने में आसानी रहेगी।


नेपाल में घूमने की जगह | Places to Visit in Nepal


नेपाल में घूमने की जगह संक्षिप्त परिचय

  1. पशुपतिनाथ मंदिर
  2. काठमांडू शहर
  3. चितवन नेशनल पार्क
  4. भक्तपुर 
  5. चंगुनारायण मंदिर 
  6. स्वंभूनाथ मंदिर 
  7. बुद्ध स्तूप 
  8. पोखतारा
  9. नगरकोट
  10. लुंबनी नेपाल
  11. कैलाश नाथ महादेव मंदिर


नेपाल के बारे में रोचक जानकारी (Interesting Information About Nepal)

नेपाल एक ऐसा देश है जो कभी किसी का गुलाम नही रहा। नेपाल एक हिंदू देश है जहां हिंदुओ की जनसंख्या का अनुपात 81.3% है। इसलिए यह दुनियां का एकमात्र हिंदू राष्ट्र माना जाता है। नेपाल की राजभाषा नेपाली हैं। नेपाल की राजधानी काठमांडू है।

नेपाल में संसार के सबसे ऊंचे 14 हिम शिखरों में से आठ हिम शिखर नेपाल में ही स्थित हैं। जिसमे संसार का सबसे बड़ा पर्वत सागरमाथा एवरेस्ट, नेपाल और चीन की सीमा पर स्थित है।

नेपाल में ही जनकपुर नामक जगह पर भगवान राम की पत्नी माता सीता जी का जन्म 7500 ईसा पूर्व हुआ था। नेपाल में ही भगवान बुद्ध का जन्म लुंबनी नामक जगह पर हुआ था।


1. पशुपतिनाथ मंदिर|Pashupatinath Mandir Nepal

पशुपतिनाथ मंदिर देवपाटन में नेपाल की राजधानी काठमांडू शहर से लगभग 3 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में बागमती नदी के किनारे स्थित है। बागमती नदी भारत में गंगा नदी की तरह पूजनीय नदी मानी जाती है। भगवान पशुपति नाथ का मंदिर एक हिंदू मंदिर के रूप में जाना जाता है। नेपाल में दर्शन करने के लिए सबसे प्रसिद्ध मंदिर के रूप में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। लोगों का मानना है कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने के बाद पशुपति नाथ मंदिर में दर्शन जरूर करने चाहिए। मंदिर में शाम को भगवान की आरती की जाती है जिसमें शामिल होकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Nepal Me Ghumne Ki Jagah

पशुपतिनाथ मंदिर भगवान पशुपतिनाथ को समर्पित है। मंदिर के अंदर भगवान पशुपति नाथ की पांच मुख वाली प्रतिमा विद्यमान है। जिसे देखने के लिए विदेशों से भारी संख्या में दर्शनार्थी आते हैं। पशुपति नाथ मंदिर के ठीक सामने नंदी महराज की विशाल प्रतिमा नजर आएंगे। मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किया गया है। साल 2015 में आए भूकंप से मंदिर की बाहरी दीवारों को नुकसान पहुंचा था। लेकिन मंदिर का गर्भ गृह में कोई प्रभाव नहीं पड़ा था।

मंदिर की खासियत यह है की यहां मुख्य रूप से हिंदुओ को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलती है। जबकि गैर हिन्दू लोग बाहर से बागमती नदी के दूसरे किनारे से मंदिर को देख सकते हैं। प्रत्येक वर्ष आने वाले शिवरात्रि के पावन पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। मंदिर में 15वी शताब्दी के राजा प्रताप मल्ल के द्वारा शुरू की गई परंपरा जीवित है। मंदिर में पूजा के लिए चार पुजारी और एक मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के ब्राह्मण ही बनते हैं। मंदिर में दर्शन करने के लिए यदि आपके पास सामान है तो मंदिर परिसर में मौजूद लॉकर कक्ष में अपना सामान रख कर दर्शन के लिए जा सकते हैं।

मंदिर खुलने का समय: पशुपति नाथ मंदिर के कपाट भक्तो के लिए सुबह 4 बजे से दोपहर 12बजे और शाम पांच बजे से रात को 9 बजे तक खुला रहता है।


2. काठमांडू शहर (Kathmandu Nepal ki Rajdhani)

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नेपाल की धड़कन काठमांडू नेपाल की संस्कृति राजधानी है। नेपाल की आधिकांश जनसंख्या काठमांडू में निवास करती है। यह शहर बाहर से आए पर्यटकों को काफी रोमांचित करता है। काठमांडू शहर अपने पुराने मंदिरों, बौध मठों, नेपाली संस्कृति, ऊंची ऊंची इमारतों और पहाड़ो के लिए जाना जाता है साथ ही काठमांडू आध्यात्मिकता के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है।


3. चितवन नेशनल पार्क - Chitwan National Park Nepal

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नेपाल की सौरहा नामक जगह पर स्थित चितवन राष्ट्रीय उद्यान को 1973 में स्थापित किया गया था। यह एशिया का सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव उद्यान के रूप में जाना जाता है। चितवन नेशनल पार्क को 1984 में विश्व धरोहर के रूप में शामिल किया गया। राष्ट्रीय उद्यान में आपको अनेक तरह के जंगली जानवरों को देखने का मौका मिलेगा जिसमे हाथी, गैड़ा, बंगाल टाइगर, शेर, चीता, हिरण, झील में मगरमच्छ देखने को मिलेगा साथ ही चितवन राष्ट्रीय उद्यान में हाथी की सवारी, जीप सफ़ारी, बोटिंग, यात्रा के सबसे खूबसूरत अनुभवों में से एक है। काठमांडू से चितवन नेशनल पार्क 160 किमी दूर पड़ता है। नेपाल से चितवन जाने के लिए बस सबसे बढ़िया माध्यम है। बस आपको 6 घंटे में पहुंचा देती है।


4. भक्तपुर नेपाल (Bhaktpur Nepal Famous Tourist place)

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भक्तपुर नेपाल में नारायणी नदी के तट पर बसा हुआ एक शांत वातावरण वाला सांस्कृतिक शहर है। यह शहर मध्य नेपाल देश का प्रमुख वाणिज्य, शिक्षा और स्वस्थ का केंद्र माना जाता है। भक्तपुर शहर पर्यटकों के घूमने के लिए उत्तम जगह है। भक्तपुर में नेपाल की संस्कृति और ऐतिहासिक इमारतों को देख सकते हैं। नेपाल घूमने जाने पर इस जगह पर अवश्य जाएं। भक्तपुर में खरीददारी करने के लिए प्रसिद्ध मार्केट है जहां हस्त निर्मित वस्तुएं खरीदा जा सकता है। पशुपति नाथ मंदिर से भक्तपुर दरबार करीब 12 किमी दूर पड़ता है। भक्तपुर दरबार में घूमने के लिए 300 रूपए का टिकट लेना पड़ता है।


5. चंगुनारायण मंदिर|Changunarayan Mandir Nepal

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चंगुनारायण मंदिर नेपाल में पगौड़ा शैली में बना हिंदुओ का सबसे पुराना मंदिर है। यह नेपाल में भक्तपुर जिले में स्थित है जो काठमांडू से 12 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर मनोहरा नदी के किनारे स्थित है। चंगुनारायण मंदिर का निर्माण 4वी शताब्दी में लिच्छवी सम्राट राजा हरि दत्त वर्मा ने करवाया गया था लेकिन बाद में 1702 में फिर से इसका पुननिर्माण करवाया गया था। इस मंदिर में भगवान विष्णु और शेषनाग की प्रतिमा देखने को मिल जाएगी। मंदिर परिसर में रुद्राक्ष के पेड़ काफ़ी संख्या में देखने को मिलते हैं। काठमांडू घूमने गए लोग चंगुनारायण मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं। चंगुनारायण मंदिर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है।


6. स्वंभूनाथ मंदिर या मंकी मंदिर (Swayambhunath Mandir Kathmandu Nepal)

काठमांडू शहर से 3 किलामीटर की दूरी पर पश्चिम दिशा की ओर स्वयंभूनाथ मंदिर पहाड़ी पर 77 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्राचीन बौद्ध स्तूप है। यह मंदिर बौध स्थल के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस को मंदिर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। स्वयंभूनाथ मंदिर को मंकी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

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क्योंकि इस मंदिर में काफी संख्या में बंदरों का निवास है। स्वयंभूनाथ मंदिर के चारों ओर आंख बनी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान बुद्ध चारो दिशाओं में देख रहे हैं। नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर के बाद दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर के रूप में ख्याति प्राप्त है। यदि आप नेपाल घूमने के लिए जा रहे हैं तो इस खूबसूरत मंदिर को अपनी यात्रा की लिस्ट में जरूर शामिल करें।


7. बुद्ध स्तूप (Budha Stupa Nepal Dharmik Sthal)

बौद्ध स्तूप या बौद्धनाथ काठमांडू में पूरब दिशा में स्थित है। बौद्ध पंत के अनुयायी होने के कारण इसका नाम बौद्धनाथ रखा गया। बौद्ध स्तूप की ऊंचाई 36 मीटर है। यह प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है। बौद्ध स्तूप काठमांडू में सबसे बड़ा स्तूप है।

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यूनेस्को ने विश्व धरोहर के रूप में 1979 में इसे शामिल किया था। स्वयंभूनाथ मंदिर के बाद काठमांडू का सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है जिस समय इस स्तूप का निर्माण हुआ था उस समय पानी का अकाल पड़ा था। पानी न मिल पाने के कारण इसका निर्माण ओस की बूंदों से किया गया था।


8. पोखरा नेपाल|Pokhara Nepal Famous Tourists Place

पोखरा नेपाल के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। पोखरा को नेपाल की जान कहा जाता है। पोखरा 900 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है। पोखरा हिमालय की तलहटी में बसा काठमांडू के बाद नेपाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे पर्यटकों का शहर के नाम से जाना जाता है क्योंकि प्रत्येक वर्ष पोखरा में पर्यटक लाखों की संख्या में घूमने के लिए जाते हैं। पोखरा में घूमने के लिए डेविस प्वाइंट, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, विश्व शांति स्तूप, शिव मंदिर, चमगादड़ गुफ़ा, भीमसेन मंदिर, गोरखा मेमोरियल विंध्यवासिनी देवी मंदिर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल मौजूद हैं।

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पोखरा शहर गंडक नदी और सहायक नदियों द्वारा घिरा हुआ एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। प्रति वर्ष ट्रैकिंग के लिए हजारों की संख्या में लोग जाते है। पोखरा शहर को हिमालय का प्रवेश द्वार माना जाता है। यह शहर अपने सुंदर प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है। पोखरा में मनोरम झील, हरे भरे पहाड़ और वादियां पर्यटकों का स्वागत करती नज़र आते हैं। काठमांडू से पोखरा की दूरी 200 किमी की है। काठमांडू एयरपोर्ट से पोखरा के लिए बुद्धा एयरलाइन और यति एयरलाइन की फ्लाईट रोजाना संचालित की जाती हैं। सड़क मार्ग द्वारा बस से पोखरा जाने के लिए अनेकों एसी डीलक्स बस चलती रहती हैं।

काठमांडू की जगह जहां से पोखरा के लिए बस मिलती है।

  1. बालाजू
  2. बनस्थली
  3. सोरखुलते
  4. कलांकी
  5. नैकप
  6. स्वयंभू


9. नगरकोट नेपाल (NagarKot Nepal ki prasidh jagah)

नगरकोट काठमांडू से लगभग 33 किलोमीटर दूर पूर्व दिशा में भक्तपुर जिले में स्थित है। काठमांडू से भक्तपुर के लिए बस जाती है। आगे भक्तपुर पहुंचकर बस द्वारा नगरकोट पहुंच जाएंगे। नगरकोट समुद्र तल से लगभग 2195 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है। यह नेपाल में घूमने की जगह के रूप में सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। नगरकोट में हिमालय के बीच से उगते सूरज का आकर्षण और मनोरम नजारा देख सकते हैं।

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नगरकोट बागमती नदी के किनारे बसा हुआ है। अगर आप नेपाल की पर्वतीय वादियों और प्राकृतिक सुंदरता को देखना चाहते हैं तो नेपाल की नगरकोट में घूमने के लिए जरूर जाएं। इस जगह पर प्रकृति के नजारे देखकर स्वर्ग के समान अनुभूति होती है। नगरकोट में मनोरंजन करने के लिए पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, माउंटेन बाइक का आनंद उठा सकते हैं।


10. लुंबनी नेपाल|Lumbani Birth Place Lord Buddha

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लुंबनी नेपाल में स्थित भगवान बुद्ध का जन्म स्थान है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व बैसाख माह की पूर्णिमा को लुंबनी में हुआ था। लुंबनी भारत की सीमा के नजदीक रूप द्रेही जिले में स्थित है। लुंबनी को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। प्रसिद्ध माया देवी मंदिर लुंबनी में घूमने की जगह के लिए बहुत प्रसिद्ध है। माया देवी भगवान बुद्ध की मां थी। लुम्बनी की पवित्र भूमि पर सम्राट अशोक के महल और इतिहास को जानने का मौका मिलता है। लुंबनी के लोकप्रिय स्थान बोधि वृक्ष, अशोक स्तंभ, लुंबनी अंतराष्ट्रीय म्यूज़ियम, कंबोडिया मठ, गोल्डन टेंपल, कोरियन बौद्ध मठ हैं। सिद्धार्थनगर से लुंबनी 17 किमी दूर स्थित है। गोरखपुर से आसानी से बस द्वारा पहुंचा जा सकता है।


11. कैलाश नाथ महादेव मंदिर सांगा

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कैलाश नाथ महादेव मंदिर सांगा में स्थित नवनिर्मित धार्मिक स्थल है। मंदिर का निर्माण 2003 में शुरू किया गया था और यह मंदिर 2010 में पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। मंदिर को देखने के लिए 2011 में खोला गया था। कैलाश नाथ महादेव मंदिर को देखने के लिए नेपाली 100 रुपए का टिकट लेना पड़ता है। मंदिर में घूमने के बाद सांगा के हैंगिंग ब्रिज में घूमने के लिए जा सकते हैं। हैंगिंग ब्रिज से आसपास घाटी का खूबसूरत नजारा मन को प्रफुल्लित कर देने योग्य रहता है।काठमांडू से सांगा करीब 25 किमी की दूरी पर स्थित है। सांगा तक पहुंचने के लिए अनेकों साधन उपलब्ध हैं। काठमांडू से बस ऑटो रिक्शा बहुत संख्या में चलते रहते हैं।


भारत से नेपाल कैसे पहुंचे?|How To Reach Nepal

यदि आप भारत से नेपाल घूमने के लिए जाना चाहते है तो नेपाल पहुंचना काफी आसान है। नेपाल पहुंचने के लिए आसन तरीके हैं जिन्हे आगे आप जान लीजिए।

सड़क मार्ग द्वारा नेपाल कैसे पहुंचे?|By Road How To Reach Nepal

भारत और नेपाल का बॉर्डर दोनो देशों के नागरिकों के लिए खुला रहता है।
सड़क द्वारा नेपाल पहुंचने के लिए दिल्ली से DTC की बस डॉ आंबेडकर टर्मिनल से सुबह के 10:00 से नेपाल के लिए चलती है। अगर आप नेपाल जाना चाहते है तो बस का टिकट DTC की ऑफिशियल वेबसाइट से ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।

बस का किराया लगभग प्रति व्यक्ति 2800 रुपए से 3200 तक रहता है। बस के द्वारा काठमांडू तक पहुंचने में 30 घंटे का समय लग जाता है। इसके अलावा गोरखपुर और रक्सौल से बहुत से निजी वाहन काठमांडू के लिए संचालित किए जाते हैं। गोरखपुर से 96 किमी दूर सनौली के पास नेपाल इंडो बॉर्डर पड़ता है। नेपाल इंडो बॉर्डर से नेपाल पहुंच जायेंगे।


निजी वाहन से काठमांडू कैसे पहुंचे?

आप चाहें तो अपनी बाइक या कार से सड़क मार्ग द्वारा नेपाल पहुंच सकते हैं। निजी वाहन से जाने के लिए वाहन के सभी दस्तावेज साथ में रखें। उत्तर प्रदेश के राज्य बहराइच से नेपाल काफी नजदीक हैं। बाइक या कार से नेपाल जाने के लिए आपको बॉर्डर में परमिट लेना पड़ता है जो 120 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क देय होता है। बाइक और कार का अलग अलग परमिट रेट है। यदि परमिट के हिसाब से आप विलंब आते हैं तो आपको चालान भरना पड़ता है। इसलिए जितने दिन के लिए नेपाल जा रहे हैं उससे एक दिन अतिरिक्त का परमिट लेकर जाएं। हवाई जहाज से काठमांडू जाते हैं तो परमिट की जरूरत नहीं पड़ेगी।


वायु मार्ग से नेपाल कैसे पहुंचे? (How To Reach Nepal By Aeroplane)

नेपाल भारत से अच्छी तरह वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली और मुंबई से नेपाल के लिए सीधा फ्लाईट उपलब्ध रहती हैं। दिल्ली के इन्दिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रोजाना नेपाल के लिए फ्लाइट्स जाती रहती हैं। नेपाल के काठमांडू में स्थित त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत के अधिकांश हवाई अड्डे से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से काठमांडू हवाई जहाज का किराया लगभग 5000 से लेकर 8000 तक रहता है। दिल्ली से नेपाल आप एक से दो घंटे में पहुंच सकते हैं।


ट्रेन से नेपाल कैसे जाएं? (How To Reach Nepal By Train) 

नेपाल भारत का पड़ोसी देश है। जिसमे नेपाल की कुछ जगह भारत के रेल मार्ग द्वारा जुड़ी हुई हैं। जिसके माध्यम से दोनो देशों के लोग अपनी जरूरतों के हिसाब से ट्रेन द्वारा आते जाते रहते हैं। यदि आप ट्रेन द्वारा नेपाल जाना चाहते है तो भारत में बिहार राज्य के जयनगर रेलवे स्टेशन से नेपाल के लिए ट्रेन चलती है।

उत्तर प्रदेश में गोरखपुर बॉर्डर से और बिहार में रक्सौल बॉर्डर से सड़क मार्ग द्वारा काठमांडू पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा बिहार राज्य के मधुबनी जिले के जयनगर से रोजाना नेपाल की जनकपुर कुर्था नामक जगह तक के लिए ट्रेन चलती है। जयनगर से कुर्था करीब  35 किमी दूर है ट्रेन से पहुंचने में 2 घंटे का समय लग जाता है। फिर आगे 220 किमी काठमांडू तक का सफर सड़क मार्ग द्वारा तय कर सकते हैं। जयनगर रेलवे स्टेशन पहुंच कर नेपाल जा सकते हैं।

गोरखपुर से काठमांडू 325 किमी

रक्सौल से काठमांडू 140 किमी

जयनगर (बिहार) से काठमांडू की दूरी 260 किमी


ट्रेन से सफर करने पर कोई एक आवश्यक दस्तावेज़

  1. भारत सरकार द्वारा ज़ारी वैद्य पासपोर्ट
  2. चुनाव आयोग द्वारा ज़ारी पहचान पत्र
  3. ग्राम पंचायत द्वारा जारी किया गया राशन कार्ड
  4. आधार कार्ड
  5. 65 वर्ष से अधिक और 15 वर्ष की कम आयु वाले लोगों को उम्र की पहचान के लिए फ़ोटो युक्त दस्तावेज़ जैसे पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस।


नेपाल में सिम कार्ड कैसे खरीदें?

भारत से नेपाल घूमने के लिए जा रहे हैं तो वहां पर भारतीय सिम कार्ड काम नहीं करेगा। ऐसे भी आप नेपाल का सिम कार्ड ख़रीद कर इस्तेमाल कर सकते हैं। नेपाल बॉर्डर में जहां पर परमिट बनाता है वही पर सिम कार्ड की बहुत सी दुकान हैं। आधार कार्ड की फ़ोटो कॉपी देकर सिम कार्ड ख़रीद सकते हैं। नेपाल में दो तरह से सिम चलते हैं एक है Ncell और दुसरा नमस्ते है। लगभग 200 से 250 रुपए में बॉर्डर पर ही मिल जायेगा।


नेपाल में कहां ठहरे? (Nepal Me kha Ruken)

नेपाल में रुकने के लिए आपको नेपाल की राजधानी काठमांडू है। जहां पर रुकने के लिए अनेकों होटल है। जहां पर आप कम बजट में एक साधारण होटल में ठहरने के लिए रूम मिल जायेगा। काठमांडू में रिंग रोड़ या पशुपति नाथ टेंपल के पास बहुत से होटल है। जिसमे साधारण होटल में रूम का खर्चा लगभग 800 रुपए से 1000 तक रहता है।

साथ ही आपको होस्टल, डोरमेट्री में आसानी से 300 रूपए में ठहरने के लिए मिल जायेगा। बाकी नेपाली की बताई हुई घूमने की जगहों पर घूमने के लिए जायेंगे तो सभी जगह पर ठहरने के लिए होटल की सुविधा है।


नेपाल घूमने का कितना खर्चा आएगा? (Nepal Me Ghumne Ka Kharcha)

नेपाल में भारत की अपेक्षा कम पैसे में घूम सकते हैं क्योंकि भारत का एक रुपया नेपाल के 1.6 रुपए के बराबर है। जिसमे यदि आप नेपाल में मुद्रा एक्सचेंज करवाते है तो 100 रुपए में लगभग आपको नेपाली रुपए 160 रुपए होंगे। यदि आप नेपाल में घूमने जाने का दो दिन का प्लान बना रहें हैं तो आपको लगभग 15000 से 25000 तक का अनुमानित खर्चा आ सकता है।


FAQs

1. नेपाल में घूमने की सबसे अच्छी जगह कौन सी है?

नेपाल में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह पोखरा है। हिमालय की तलहटी में बसा प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए सबसे सुंदर जगहों में से एक है। पोखरा में प्रकृति की वादियों से भरे मनोरम दृश्य देखने को मिलते है।

2. नेपाल में घूमने के लिए कितना पैसा लगता है?

नेपाल भारत का पड़ोसी देश है जहां घूमने के लिए अनेकों प्राकृतिक जगह, और धार्मिक स्थल है। यहां पर घूमने के लिए लगभग 15000 से 25000 रूपए का खर्चा आ सकता है।

3. भारत का 100 रुपया नेपाल में कितना होता है?

भारत का 100 रुपया नेपाल में 160 नेपाली रुपए के बराबर है।

4. नेपाल घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

नेपाल घूमने के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का होता है। जिसमे अक्टूबर से दिसंबर महीने के बीच सबसे उपयुक्त समय रहता है। जुलाई से नवंबर महीने के बीच नेपाल में बारिश का मानसून रहता है और नेपाल में अप्रैल से जून तक गर्मियों का मौसम होता है।


निष्कर्ष (Conclusion)

विदेश घूमने का सपना यदि अपने दिल में संजोय का रखा है तो नेपाल संस्कृति और प्राकृतिक स्थलों से भरा खुबसूरत देश है। अन्य देशों की यात्रा करने की अपेक्षा नेपाल में कम पैसों में घूमा जा सकता है। नेपाल में घूमने की जगह (Places to Visit in Nepal) बहुत सी हैं। जिनको देखकर आपकी यात्रा का पैसा बेकार में नही जायेगा।

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