15+ पचमढ़ी में घूमने की जगह, प्राकृतिक वैभव से परिपूर्ण हिल स्टेशन
सतपुड़ा पर्वतमाला श्रंखला की आगोश में बसा पचमढ़ी मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिले में मौजूद मध्य भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। सतपुड़ा रेंज की हरी भरी पहाड़ियों के बीच स्थित पचमढ़ी प्राकृतिक वैभव से भरा हुआ है। चारो ओर फैली सुंदरता के बीच पचमढ़ी में घने जंगल, नदियां, झरने, प्रसिद्ध मंदिर, पहाड़, पौराणिक स्थल देखने को मिलते हैं। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर पचमढ़ी को लोग 'सतपुड़ा की रानी' भी कहते हैं। आर्टिकल के माध्यम से आपको पचमढ़ी में घूमने की जगह (Pachmarhi Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में जानकारी देंगे।
सदाबहार पर्वतीय स्थलों के अलावा पंचमढ़ी अपने पौराणिक धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है। दरअसल पचमढ़ी में मौजूद पंच पांडव गुफाएं, जटा शंकर मंदिर और बड़ा महादेव मंदिर हिंदुओ के लिए आस्था का केंद्र है। पंच पांडव गुफाओं के कारण पर्वतीय स्थल का नाम पंचमढ़ी पड़ा। पंच पांडव गुफाएं हिंदुओ के लिए ही नहीं बल्कि बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। यदि आप गर्मियों में घूमने के लिए किसी ठंडे पर्वतीय पर्यटन स्थलों की खोज कर रहे हैं तो निश्चित रूप से पचमढ़ी में घूमने का प्लान बना सकते हैं।
पचमढ़ी में घूमने की जगह | Pachmarhi Me Ghumne Ki Jagah
पचमढ़ी पर्यटन स्थल का परिचय
पचमढ़ी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसकी खोज 1857 में कैप्टन जेम्स फोरसिथ ने की थी। ब्रिटिश हुकूमत के दौरान अंग्रेजो ने पचमढ़ी को सेना की छावनी के रूप में विकसित किया। और धीरे-धीरे पचमढ़ी सैलानियों का पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील होता गया।
पौराणिक मान्यताओं के आधार पर कहा जाता है पचमढ़ी का नाम मौजूद पांडवो की पांच गुफाओं के कारण लोकप्रिय हो गया है। अज्ञातवास के दौरान पांडवो इन्हीं गुफाओं में रहकर समय व्यतीत किया था।
1. पचमढ़ी हिल स्टेशन - Pachmarhi Hill Station
पचमढ़ी हिल स्टेशन मध्य भारत के सबसे खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों से भरा हुआ है। हरे जंगलों से घिरा पचमढ़ी गर्मियों में पर्यटकों को आश्रय देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। पचमढ़ी में शीतल युक्त वातारण, प्राकृतिक झरने और धार्मिक स्थल से भरपूर है। चारो ओर फैली हरियाली और झर झर कर बहते झरने पर्यटकों को घूमने के लिए मजबूर कर देते है।
गर्मियों की छुट्टियों में आप पचमढ़ी में घूमने का प्लान बना सकते हैं। पचमढ़ी वह पर्यटन स्थल है जो घूमने गए लोगों को कभी निराश नहीं करता एक बार घूमने के बाद दुबारा लोग घूमने के लिए जरूर जाते है। सतपुड़ा रेंज क्लब में आप एडवेंचर बाइक, पैरा ग्लाइडिंग, जिपलाइन का मजा उठा सकते हैं।
2. मधुमक्खी झरना (Bee Falls Pachmarhi)
मधुमक्खी झरना जिसे बी फॉल्स के रूप में जाना जाता है। यह पर्यटन स्थल पचमढ़ी के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। ऊंचाई से गिरता पानी दूध के समान प्रतीत होता है। जिसे देखकर बहुत ही सुकून की अनुभूति होगी यह खूबसूरत पर्यटन स्थल मुख्य शहर से 4 किमी की दूरी पर स्थित है।
बी फॉल्स तक पहुंचने के लिए जीप की सहायता से पहुंचा सकते हैं। जीप आपको पार्किंग एरिया में ड्रॉप कर देगी जहां से आपको 500 मीटर पैदल चलकर बी फॉल्स तक पहुंचना होता है। बी फॉल्स के रास्ते एक छोटा सा झरना मिलता है जहां पानी पर आप मस्ती कर सकते हैं।
छोटे से झरने पर बहुत ही छोटी छोटी मछलियां है आप पैर डालकर पेडीक्योर करवा सकते है। दो पहिया वाहन से जाते है तो बाइक आपको 1.5 किमी पहले ही पार्क करना पड़ेगा इसके बाद आप पैदल चलकर पहुंच सकते हैं। बी फॉल्स घूमने के लिए जाते है तो अपने साथ पानी की बॉटल जरूर लेकर जाएं क्योंकि उतरते और चढ़ते समय प्यास लगने लगती है।
3. रजत जलप्रपात
रजत जलप्रपात पचमढ़ी का बहुत ही खूबसूरत ऊंचा जलप्रपात है। 350 फीट ऊंचाई से गिरता पानी का सौंदर्य मन को प्रफुल्लित होने के लिए मजबूर कर देता है। रजत जलप्रपात का रास्ता प्रकृति सौंदर्य से भरपूर है। दरअसल रजत जलप्रपात का निर्माण अप्सरा झरने से आने वाले पानी के कारण होता है। ऊंचाई से पानी गिरने के कारण तालाब सा बन गया है। पत्थरो के बीच से गिरता पानी गर्मियों में भी शीतल रहता है।
4. पचमढ़ी झील
पचमढ़ी झील पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। पर्यटक झील में नाव में सैर करने का आनंद उठाने के लिए जाते है। आप पैडल वाली नाव में बैठकर सैर कर सकते हैं या फिर स्पीड बोट में बैठकर सैर कर सकते हैं। पैडल और स्पीड नाव का चार्जेस अलग अलग रहता है। इसके अलावा झील के किनारे पर ही आप पैसे देकर जिप लाइन, घुड़ सवारी का बेहतरीन मजा ले सकते हैं।
5. हांडी खोह - Handi Khoh Pachmarhi
हांडी खोह पचमढ़ी की खूबसूरत रोमांचित घाटियों में से एक है। हांडी खोह का मतलब होता है हांडी के आकार की गहरी खाई 300 फीट ऊंची घाटी के बीच स्थित गहरी खाई यह पर्यटन स्थल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हांडी खोह अपने शांत पूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। हांडी खोह जगह का पौराणिक महत्व भी है कहा जाता है भगवान शिव ने नाग रूपी रक्षक को एक बड़ी सी चट्टान के नीचे दबा कर रखा था।
6. अप्सरा विहार
अप्सरा विहार पचमढ़ी में जंगलों के बीच स्थित खूबसूरत झरना है। 30 फीट ऊंचाई से गिरते झरने के पानी में नहाने का मजा ले सकते हैं। पर्यटक अप्सरा विहार में पिकनिक मनाने के लिए भारी संख्या में पहुंचते है। अप्सरा विहार झरने के पास बहुत से औषधीय पेड़ भी देखने को मिलते है।
7. राजेंद्रगिरी उद्यान
पचमढ़ी में राजेंद्रगिरि उद्यान शाम को ढलते सूरज के नजारों के लिए प्रसिद्ध है। इस उद्यान का निर्माण 1953 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के नाम पर रखा गया है। पचमढ़ी में स्थानीय लोगों के बीच राजेंद्रगिरि पार्क लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। राजेंद्रगिरी पार्क में आप बैठकर सतपुड़ा रेंज की सुंदरता को महसूस कर सकते है।
8. पंच पांडव गुफाएं - Pandav Caves in Pachmarhi
पांच पांडव गुफाओं के कारण ही पचमढ़ी भारत में लोकप्रिय स्थल माना जाता है। छोटी से पहाड़ी पर स्थित प्राचीन पांच गुफाएं लोगो की आस्था का केंद्र है। पत्थरो को काटकर गुफाओं का निर्माण किया है। पौराणिक मान्यताओं के आधार पर कहा जाता है अज्ञातवास के समय पांडव इन्हीं गुफाओं पर निवास किया था।
इतिहासकारों का मत है इन पांचों गुफाओं का निर्माण बौद्धों द्वारा 9वी शताब्दी के दौरान करवाया गया था। गुफाओं को देखने के बाद पहाड़ी के ऊपर व्यू प्वाइंट पर जाकर ऊंचाई से चारो ओर पचमढ़ी का सुंदर नजारा देख सकते हैं। पहाड़ी से उतरने के बाद पास में बने गार्डन में घूम सकते हैं।
गार्डेन में लगे तरह तरह फूलों के बीच फोटो खींच सकते हैं। पांडव गुफाओं के परिसर में पैसे देकर एडवेंचर बाइक का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा घुड़सवारी का बेहतरीन लुफ्त उठा सकते हैं। पांडव गुफाएं को देखने के लिए फॉरेस्ट रिजर्व का टिकट लेने की जरूरत नहीं होती है।
9. जटा शंकर मंदिर
जटा शंकर मंदिर पचमढ़ी का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह स्थान पुरानी प्राकृतिक गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है भगवान शिव भस्मासुर से बचने के लिए इन्हीं गुफाओं में शरण ली थी। गुफाओं के अंदर भगवान शिव प्राकृतिक रूप से शिवलिंग रूप में विराजमान हैं।
जटा शंकर मंदिर पचमढ़ी से एक किमी दूरी पर है आप पैदल चलकर या फिर साधन से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। गुफा के अंदर ठंडा पानी बहता है जिसे पार करते हुए भगवान शिव के दर्शन कर पाएंगे। जटा शंकर मंदिर के रास्ते बीच में हनुमान मंदिर भी है जहां पर आप हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं।
10. चौरागढ़ मंदिर - Chauragarh Pachmarhi
चौरागढ़ महादेव मंदिर एक पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध मंदिर है। प्रियदर्शनी प्वाइंट से आपको चौरागढ़ महादेव मंदिर दिखाई देता है। बड़ा महादेव मंदिर से ही चौरागढ़ मंदिर के लिए रास्ता जाता है। 4 किमी के पहाड़ी से होते हुए घुमावदार रास्ता है जहां पर पैदल चलकर जाना होता है। चढ़ाने के लिए 1365 सीढियां है जिसको चढ़ने में तीन घंटे और उतरने में 2 घंटे का समय लग जाता है। यदि आप गुप्त महादेव मंदिर से जाते है तो आपको 2 किमी पैदल चलना पड़ेगा।
11. प्रियदर्शनी प्वाइंट
प्रियदर्शनी प्वाइंट वह स्थान है जिसकी खोज 1857 में कप्तान फोरसिथ ने खोज की थी। उसके बाद से पचमढ़ी को एक हिल स्टेशन के रूप में लोकप्रियता हासिल हो सकी। प्रदर्शनी प्वाइंट से प्राकृतिक नजारों का आनंद उठा सकते हैं। प्रियदर्शनी को इको प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है। ऊंचे पहाड़ों के बीच स्थित इस जगह में जोर से बोलने पर आपके आवाज की प्रति ध्वनि गूंजती सुनाई देती है।
अन्य पचमढ़ी के दर्शनीय स्थल
- धूपगढ़
- सतपुड़ा का राष्ट्रीय उद्यान
- रीछ गढ़
- तामिया
- बाइसन लॉज म्यूजियम
- गुप्त महादेव मंदिर
- कैथोलिक चर्च
- सिल्वर फॉल्स
पचमढ़ी घूमने का सही मौसम - Best Season to Visit Pachmarhi
पचमढ़ी में घूमने का सबसे सही समय गर्मियों के मौसम में मार्च से जून तक रहता है। पचमढ़ी का तापमान गर्मियों मे घूमने के लिए अनुकूल बनाता है। गर्मियों में तापमान 30 डिग्री तक रहता है। गर्मियों में ठंडक का ऐहसास लेने के लिए भारी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए जाते है। वही सर्दियों के मौसम में पचमढ़ी में ठंडी पड़ती है।
जिससे तापमान 4 डिग्री तक गिर जाता है। जिससे सर्दियों में पर्यटकों का आवागमन कम हो जाता है। पचमढ़ी में घूमने के लिए जाते है तो सभी पर्यटन स्थलों में घूमने के लिए 3 दिन और 2 रात का समय निकाल कर घर से निकले तभी आप पचमढ़ी की जगहों को अच्छे से कवर कर सकते हैं।
पचमढ़ी कैसे पहुंचे
पचमढ़ी मध्य भारत का लोकप्रिय हिल स्टेशन होने के कारण पचमढ़ी पहुंचने के लिए ट्रेन, हवाई जहाज और सड़क मार्ग प्रमुख यातायात साधन हैं। जैसा की आप जानते है पचमढ़ी एक पर्वतीय पर्यटन स्थल है जिसकी वजह से आवागमन के लिए आपको ढेरों साधन मिल जायेंगे।
ट्रेन से पचमढ़ी कैसे पहुंचे (Nearest Railway Station to Pachmarhi)
ट्रेन से पचमढ़ी जाना चाहते हैं तो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है। अपने शहर से पिपरिया के लिए रेलवे टिकट निकलवा लीजिए और पिपरिया पहुंचकर बस या टैक्सी बुक करके या फिर शेयर करके पचमढ़ी पहुंच सकते हैं।
पिपरिया से पचमढ़ी 49 किमी पड़ता हैं। आप पिपरिया बस या टैक्सी से एक या दो घंटे में पहुंच सकते हैं। दूसरा विकल्प है आप भोपाल ट्रेन द्वारा पहुंच जाएं और बस का सफर करके पचमढ़ी पहुंच जाएंगे भोपाल से बस आपको 3 से 4 में पचमढ़ी पहुंचा देती है। पिपरिया जबलपुर इटारसी मार्ग पर पड़ता है।
बस द्वारा पचमढ़ी कैसे पहुंचे
बस द्वारा पचमढ़ी पहुंचा चाहते हैं तो मध्यप्रदेश के अधिकतर शहरों से पचमढ़ी के लिए मध्य प्रदेश राज्य सरकार परिवहन की बसे नियमित रूप से चलती है। बस का साधन आपको भोपाल, इंदौर, पिपरिया, छिंदवाड़ा, नागपुर, होसंगाबाद़ शहरों से बस मिल जाती है।
पचमढ़ी हवाई जहाज से कैसे पहुंचे
हवाई जहाज से यदि आप पचमढ़ी घूमने जाना चाहते हैं तो सबसे निकट भोपाल में हवाई अड्डा स्थित है। भारत के शहर दिल्ली, इंदौर, मुंबई, जबलपुर से भोपाल के लिए नियमित रूप से घरेलू विमान उड़ान सेवाएं संचालित की जाती हैं। भोपाल पहुंचकर सड़क मार्ग के रास्ते बस द्वारा पचमढ़ी पहुंचा जा सकता है। भोपाल बस स्टैंड से पचमढ़ी करीब 208 किमी की दूरी पर पड़ता है।
पचमढ़ी में रुकने की जगह - Hotel in Pachmarhi
पचमढ़ी एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जिसकी वजह से रुकने के लिए आपको होटल आसानी से मिल जायेगा। सस्ते और कम बजट में रुकने के लिए होटल आपको बस स्टैंड के आसपास मिल जायेंगे। जिसमे होटल का किराया 700 से 1500 के बीच होटल में सुविधाओं के आधार पर किराया रहता है। पचमढ़ी गर्मियों के मौसम और होली दिवाली जैसे त्योहारों में घूमने के लिए जाते है तो होटल और घूमने का खर्चा महंगा रहता है। वही यदि ऑफ सीजन में घूमने के लिए जाते है तो सस्ता रहता है।
पचमढ़ी कैसे घूमे
पचमढ़ी के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए फॉरेस्ट रिजर्व की अनुमति होती चाहिए उसके लिए एंट्री टिकट लेना अनिवार्य होता है। एंट्री टिकट आपको बाइसन लॉज से आसानी में मिल जाएगी। बाइसन लॉज पचमढ़ी बस स्टैंड से महज 2 किमी दूरी पर है।
घूमने के लिए सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक एंट्री ले सकते हैं। एंट्री फीस 900 रुपए रहती है जिसमे से सभी पर्यटन स्थल में घूमने की अनुमति निहित रहती है। पचमढ़ी में बाइक से घूमने के लिए पेट्रोल की आवश्यकता होगी पेट्रोल आप पांडव गुफाओं के पास स्थित पचमढ़ी के इकलौते पेट्रोल पंप से भरवा सकते है।
एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए दो पहिया वाहन वा चार पहिया वाहन किराए पर ले सकते हैं। किराए पर वाहन लेने के लिए आपके पास वैद्य ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड का होना आवश्यक है। आपको दो पहिया वाहन 600 से 700 में मिल जायेगा। वही जिप्सी किराए में आपको 1200 से 1500 रूपए में मिल जायेगी। पचमढ़ी आप मानसून सीजन में घूमने के लिए जाते है तो अपने साथ छाता या रेनकोट जरूर लेकर जाएं।
FAQs
1. भोपाल से पचमढ़ी कितनी दूर है?
भोपाल से पचमढ़ी 208 किमी की दूरी पर स्थित है। मध्य प्रदेश राज्य सरकार परिवहन की बसों द्वारा 5 से 6 घंटे में पहुंच सकते हैं।
2. पिपरिया से पचमढ़ी की दूरी?
पिपरिया रेलवे स्टेशन से पचमढ़ी 49 किमी की दूरी पर है। पिपरिया से पचमढ़ी पहुंचने के लिए बस, ऑटो और जिप्सी मुख्य साधन हैं जो आपको एक से दो घंटे के बीच पचमढ़ी पहुंचा देंगे।
3. पचमढ़ी क्यों प्रसिद्ध है?
पचमढ़ी मध्य भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण पचमढ़ी धार्मिक स्थलों के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। पचमढ़ी में मौजूद पंच पांडव गुफाएं और जटा शंकर मंदिर हिंदुओ की आस्था का केंद्र है।