14+ नैनीताल में घूमने की जगह | Places to Visit in Nainital
नैनीताल भारत के राज्य देवों की भूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में देश और दुनियां में काफ़ी प्रसिद्ध है। खुबसूरत वादियों वाला पर्यटन स्थल होने के साथ साथ दर्शन करने के लिए अनेकों धार्मिक स्थलों को अपने आगोश में बसाए हुए है। नैनीताल का ताजगी भरा मनमोहक वातावरण और प्राक्रतिक छटा हिल स्टेशन के रूप में पहचान दिलाती है। प्रकृति की वादियों में बसा नैनीताल समुद्र तल से करीब 1938 मीटर की ऊंचाई पर कुमाऊं मण्डल में स्थित है। नैनीताल घूमने जाने की योजना बना रहे है तो हम आपकी मदद करेंगे की नैनीताल में घूमने की जगह (Places to Visit in Nainital) कौन सी हैं जहां पर आप अपने परिवार या दोस्तो के साथ नैनीताल की वादियों में सुखद यात्रा का आनंद ले पाएं।
पहाड़ों की गोद में अपना अस्तित्व कायम किए हुए नैनीताल शहर चारो ओर झीलों से घिरा हुआ है जो प्राकृतिक सौंदर्य से घूमने गए लोगों को आश्चर्य चकित कर देता हैं। नैनीताल में बर्फ से ढके पर्वत और झीलें नैनीताल की सुंदरता में चार चांद लगाने का कार्य करती हैं। इसी कारण हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से पर्यटक नैनीताल की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आते रहते हैं।
नैनीताल में घूमने की जगह | Places to Visit in Nainital
नैनीताल में घूमने के लिए आपकी सुविधा के अनुसार नैनीताल में घूमने की जगह के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दी है। आगे आपको विस्तार पूर्वक सारी जानकारी दी जाएगी।
नैनीताल में घूमने की जगह का संक्षिप्त परिचय
- नैनी झील
- नैना देवी
- नैनीताल चिड़ियाघर
- राजभवन
- मॉल रोड
- पंगुट
- स्नो न्यू प्वाइंट
- हनुमान गढ़ी
- कैंची धाम
- टिफिन टॉप
- भीमताल
- इको गुफ़ा पार्क
- जिम कार्बेट नेशनल पार्क
- रानीखेत
नैनीताल के बारे में महत्वपूर्ण बिंदु
- नैनीताल दरअसल दो शब्दो से मिलकर बना है नैनी और ताल, नैनी का मतलब आंख और ताल का मतलब झील है। कुमाऊं पहाड़ों की तलहटी में चारों ओर पहाड़ों द्वारा आंख के आकार में झीलों से घिरे नैनीताल को झीलों का शहर कहा जाता है।
- नैनीताल की सबसे मुख्य आकर्षण नैनी झील और प्रमुख धार्मिक स्थल नैना देवी मंदिर के कारण पहाड़ी शहर का नाम नैनीताल पड़ा।
- नैनीताल दो भागो में विभाजित है एक तल्लीताल और दूसरा मल्लीताल यदि बस से नैनीताल पहुंचते है तो सबसे पहले तल्लीताल में उतरते हैं।
- तल्लीताल उतरते ही बहुत से लोग नैनीताल में घुमाने के लिए कहेंगे लेकिन आपको पहले जान लेना है की कौन सी जगह वाहन द्वारा जानें की और कौन सी जगह में पैदल चलकर जा सकते हैं इसलिए जानकारी होनी चाहिए नही तो आपके पैसा ज्यादा खर्च हो जायेंगे। अगर निजी वाहन से नैनीताल जाते है तो कालाढूंगी के रास्ते से होते हुए मल्लीताल पहुंच जाएंगे।
- नैनिताल में घूमने के लिए कुछ जगह पर पैदल जा सकते हैं और कुछ जगह पर वाहन करके पहुंच सकते हैं। नैनीताल शहर में आसपास बहुत सी घूमने लायक जगहें हैं जहां ज्यादातर पैदल चलकर जा सकते हैं।
1. नैनी झील नैनीताल (Naini Lake Nainital)
नैनीताल के केंद में चारो ओर पहाड़ों से घिरी नैनी झील मुख्य आकर्षण है। पर्यटक घूमने लायक जगह के रूप में अपनी यात्रा की शुरुआत नैनी झील से कर सकते हैं जिसमे नजदीक के होटल से पैदल चलकर नैनी झील पहुंचा जा सकते हैं। बॉलीवुड फिल्म "होगी प्यार की जीत" का एक गाना हैं तालों में नैनी ताल बाकी सब तलैया उसी खूबसूरती को बरकरार रखते हुए सात अलग अलग पहाड़ों से घिरी यह झील कुमाऊं मंडल की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है।
नैनी झील नैनीताल में घूमने के लिए सबसे सुंदर जगहों में से एक है। नैनी झील एक प्राकृतिक झील है जिसमे आप अपने परिवार या दोस्तो के साथ घूम सकते हैं। नैनी झील नीले पानी में मनोरंजन के तौर पर बोटिंग करने के लिए पर्यटकों को आकर्षित करती है। झील में तैरती हुई रंग बिरंगी नाव को देखकर नौका विहार किए बिना रह नहीं पाएंगे।
नैनी झील में आप पैडल बोटिंग, रोइंग बोटिंग, मोटर बोटिंग और पिकनिक का आनंद लें सकेंगे। झील में आपको सैकड़ो की संख्या में पर्यटक बोटिंग करते हुए दिख जाएंगे। नैनिताल का शांत भरा वातावरण आपका मन मोह लेगा। नैनी झील में 2 से तीन घंटे घूम सकते हैं और बोटिंग का खर्चा लगभग 200 रुपए तक लग जायेगा। झील में आप बोटिंग का आनंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ले सकते हैं।
2. नैना देवी नैनीताल (Naina Devi Temple)
नैनीताल प्राकृतिक परिवेश के साथ धार्मिक और अध्यात्मिक मंथन के लिए अग्रसर है। नैना देवी मंदिर आध्यात्मिक समृद्धि का अनुकूल संगम है। नैनीताल के मल्लीताल में स्थापित मंदिर भक्तो के लिए आत्म शांति और पूजा करने के लिए पवित्र स्थान है। नैना देवी मंदिर भगवान राम की पत्नी माता सीता को समर्पित है। नैना देवी मंदिर का निर्माण 1842 में मोतीराम शाह जी के द्वारा करवाया गया था। नैना देवी मंदिर मॉल रोड के पास स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है।
नैना देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखो की संख्या में भक्तगण आते है। नैना देवी मंदिर में घंटा चढ़ाने की मान्यता है मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में लोगो द्वारा घंटे चढ़ाए जाते हैं। मंदिर में गणेश भगवान, काली माता और हनुमान जी के भी दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है। नैना देवी मंदिर के दरवाजे भक्तो के दर्शन करने के लिए सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुले रहते हैं।
3. नैनीताल चिड़ियाघर - Nainital Zoo
नैनीताल का GB पंत जू जिसका निर्माण 1984 में किया गया था लेकिन आम जनता के देखने के लिए 1995 में खोला गया था। चिड़ियाघर को पहाड़ी क्षेत्रों के अनुकूल बसाया गया है ताकि पशु पक्षी स्वाभाविक वातावरण में निवास कर सकें। चिड़ियाघर में आप अनेकों तरह के जानवरों को देख सकते हैं तिब्बत लोमड़ी, हिरण, तेंदुआ, बंगाल टाइगर, हिमायल भालू इसके आलावा अनेकों पक्षियों की प्रजातियों देखने को मिलती है। यह नैनीताल में सबसे पुराना चिड़ियाघर माना जाता है।
नैनीताल में चिड़ियाघर घूमने जाने के लिए रस्ता मॉल रोड से होकर जाता है। मॉल रोड से चिड़ियाघर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है।आप चाहें तो पैदल चलकर चिड़ियाघर तक पहुंच सकते हैं या फिर अपनी कार या बाइक से जा सकते हैं। इसके अलावा टैक्सी शेयर करके पहुंचाने का दुसरा विकल्प है। ऑटो रिक्शा चालक मॉल रोड से चिड़ियाघर तक आने जाने का किराया 60 से 80 रुपए चार्ज लेते है। होली और दिवाली को चिड़ियाघर बंद रहता है।
Zoo Timing : चिड़ियाघर घूमने के लिए सुबह 10 बजे से शाम 04:30 तक खुला रहता है। चिड़ियाघर में घूमने का प्रवेश शुल्क बच्चों के लिए 50 रुपए और वयस्क व्यक्ति का 100 रुपए रहता है।
4. राजभवन - Rajbhawan Nainital
नैनीताल में स्थित राजभवन जिसका निर्माण 18वी शताब्दी में ब्रिटिश शासन काल में भारतीय राजवंश के उपाध्यक्षों के लिए करवाया गया था। ब्रिटिश शासन काल में राज्य के गवर्नर भवन में निवास करते थे। इसलिए इसे गवर्नर भवन के रूप में भी जाना जाता है। दो मंजिला बना राजभवन देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है। भवन में 113 आलीशान कमरे बने हुए हैं जो वास्तविक भवन राजशाही होने का परिचय कराते हैं।
भवन के निर्माण की प्रेरणा लंदन के बकिंघम पैलेस से ली गई है। नैनीताल की सांस्कृतिक विरासत का परिचय प्रस्तुत करते हुए भवन के अंदर मनोरंजन करने के लिए सभी प्रबंध किए गए है। राजभवन में मनोरंजन के लिए स्विमिंग पुल, गोल्फ कोर्स का निर्माण किया गया है। राजभवन में घूमने के सुबह 11 बजे से 3 बजे के बीच में जा सकते हैं। महल में घूमने के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपए लिए जाते हैं।
5. मॉल रोड (Mall Road Nainital)
जनजीवन की चकाचौंध से भरा नैनीताल का मॉल रोड़ निजी खरीदारी करने और स्थानीय व्यंजनों का लुफ्त उठाने के साथ रंगीन शाम में टहलते हुए समय व्यतीत करने के लिए शहर के मध्य में केंद्रित है। नैनीताल में पर्यटन स्थल घूमने के बाद आप शॉपिंग का आनंद लेने के लिए मॉल रोड में शाम के समय जा सकते हैं। मॉल रोड में शॉपिंग के लिए कपड़े, हैंड मेड आइटम, और घरेलू सामान की खरीदारी कर सकते हैं। मॉल रोड में शाम के समय घूमने का अलग ही मजा है यहां पर घूमने के लिए आपको साइकिल 50 से 100 तक रुपए में किराए पर मिल जाती है।
मॉल रोड नैनीताल में ताल्लीतल और मल्लीताल को आपस में जोड़ता है जिसे गोविंद बल्लभ पंत मार्ग के नाम से जाना जाता है। मॉल रोड पर आप खाने के लिए स्ट्रीट फ़ूड का आनंद भी ले सकते हैं साथ ही मॉल रोड में आप गर्म चाय की चुस्की का भरपूर आनंद ले सकते हैं। मॉल रोड घूमने के लिए बिलकुल फ्री है जो सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक घूमने के लिए बढ़िया जगह है। मॉल रोड के आखिरी में एक तिब्बत बाज़ार लगता है आप वहां भी शॉपिंग का मजा ले सकते हैं। तिब्बत बाज़ार में आप गर्म कपड़े, सॉल, जैकेट, स्वेटर और अन्य कपड़े और सामान खरीद सकते हैं।
6. पंगुट - Pangoot
सुगम्य पहाड़ियों की गोद में अपनी पहचान स्थापित किए हुए पंगूट गांव नैनीताल से 15 किमी दूर एक शांत जगह है। पंगूट कोसिया कुटोली तहसील के अंतर्गत आता है। पंगूट नैनीताल के सबसे निकट छोटे से हिल स्टेशन के रूप में केंद्रित है। हिल स्टेशन पर्यटकों को पहाड़ों और घाटियों की प्राकृतिक छटा का परिचय कराने के साथ एडवेंचर गतिविधियों के लिए आदर्श स्थान मुहैया कराता है। देवदार और चीड़ के पेड़ो से भरा हुआ पंगूट स्थानीय जीव जंतुओं को अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। ट्रैकिंग में अभिरुचि रखने वाले लोगों को पूरा आनंद प्राप्त होगा। नैनीताल के स्थानीय आकर्षण की सैर करने के बाद पंगूट के लिए अपनी यात्रा को अग्रसर कर सकते हैं। नैनीताल में घूमने के लिए पंगूट बहुत ही लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है।
7. स्नो व्यू प्वाइंट (Snow View Point Nainital)
स्नो व्यू प्वाइंट नैनीताल की सबसे प्राकृतिक सुंदर जगह में से एक है। स्नो व्यू पॉइंट त्रिशूल पर्वत और नंदा देवी पर्वत श्रृंखला का शानदार चित्रण प्रस्तुत करता है। देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो किसी चित्रकारी को निहार रहे हों। नैनीताल से Tourist Attraction कुछ ही दूर है। पहुंचने के लिए रोप वे एक मात्र सफल माध्यम है। रोपवे के द्वारा स्नो व्यू प्वाइंट पर पहुंचने के बाद बर्फ से ढका दूध जैसा हिमालय पर्वत का बहुत ही सुंदर नजारा देख सकते हैं। स्नो व्यू प्वाइंट में खड़े होकर उड़ते बादलों को बहुत ही करीब से देखने का मौका मिलेगा।
स्नो व्यू पॉइंट से पहाड़ों का शानदार परिदृश्य कभी न भुलाएं जानें वाले पलों में से एक है। स्नो व्यू प्वाइंट में घूमने लायक एडवेंचर पार्क भी हैं जहां पर आप अनेक तरह के खेलो का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा यहां पर खाने पीने के लिए बहुत सी रेस्टोरेंट मिल जायेंगे। स्नो व्यू प्वाइंट में आप सुबह 10:30 से शाम को 4 बजे तक घूम सकते हैं। रोपवे से स्नो व्यू प्वाइंट तक पहुंचने का किराया 300 रुपए है।
8. हनुमान गढ़ी (Hanuman Garhi Nainital)
नैनीताल अपनी प्राकृतिक वादियों के साथ धार्मिक स्थलों का अनुपम संगम भी है। हनुमान गढ़ी हिंदू धर्म के लोकप्रिय भगवान विघ्न विनाशक हनुमान जी को समर्पित मंदिर है। संकट मोचन हनुमान जी का भव्य मंदिर जिसमे दर्शन करने के लिए भक्तो की लाइन लगी रहती है। भव्य मंदिर का निर्माण महान संत Baba Neem Karoli द्वारा 1950 में बनवाया गया था।
मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के दर्शन करने के लिए दूर दूर से भक्त आते हैं। मंदिर नैनीताल से करीब 3 किलोमीटर की दूरी हल्द्वानी रोड़ पर स्थित है। मंदिर में दर्शन करके आत्मा का सुखद ऐहसास प्राप्त किया जा सकता है। मंदिर में दर्शन करने के लिए सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे के बीच में जा सकते हैं। दोपहर को एक घंटे के लिए 12 बजे से 1 बजे तक मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
9. कैंची धाम (Neem Karoli Baba)
नैनीताल में कैंची धाम महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है जो हिंदू धर्म के लोगों द्वारा आस्था की नई परिभाषा व्यक्त करता है। कैंची धाम आश्रम एक चमत्कारी संत Baba Neem Karoli का पावन धाम है। नीम करोली धाम देश विदेश में बहुत ही प्रसिद्ध धाम है। प्रतिदिन इस धाम में हजारों की संख्या में भक्त श्रद्धा भाव से दर्शन करने के लिए जाते है और बाबा से आशीर्वाद लेते हैं।
नीम करोली धाम में बाबा द्वारा स्थापित हनुमान जी का मंदिर है। मंदिर में पूजा अर्चना करने से मंदिर परिसर का वातावरण धार्मिक भावना से परिपूर्ण रहता है। कैंची धाम नैनीताल से 16 किमी की दूरी पर स्थित है और भवाली से करीब 9 किमी की दूरी पर स्थित है। अगर आप नैनीताल घूमने जा रहे हैं तो इस स्थान को यात्रा में जरूर शामिल करें। चाहे तो आप अपनी लिस्ट से किसी दूसरी जगह को हटा सकते हैं पर बाबा नीम करोली जरूर जाएं।
आपको बता दू बाबा नीम करोली परिचय नीम करोली बाबा का पूरा नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था जो एक चमत्कारी संत थे। उन्होंने अपने जीवन में बहुत चमत्कार किए हैं और जिसको बाबा का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है वह मनुष्य जीवन के सभी पड़ाव में सफलता की प्राप्त कर लेता है।
10. टिफिन टॉप (Tiffin Top Nainital)
टिफिन टॉप नैनीताल में घूमने के लिए एक बहुत ही खूबसूरत जगहों में शुमार है जिसमें ऊंचाई से चारों ओर का खूबसूरत परिदृश्य प्राप्त होता है। टिफिन टॉप समुद्र तल से 2292 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पर्यटकों के लिए पिकनिक स्पॉट के रूप में लोकप्रिय है। टिफिन टॉप का निर्माण एक ब्रिटिश सेना के अधिकारी कर्नल जे पी केलेट ने अपनी पत्नी डोरोथी केलेट की याद में आर्य पर्वत पर बनाया था।
चारों ओर घने पेड़ पौधे और हरियाली के बीच टिफिन टॉप में घूमने का अलग ही अंदाज रहता है। एडवेंचर प्रेमियों के लिए यह एक उत्तम जगह है। टिफिन टॉप को डोरोथी सीट (Dorothy Seat) के नाम से भी जाना जाता है। यह नैनीताल में आर्य पट्टा में स्थित है। आप टिफिन टॉप सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच में घूम सकते हैं। टिफिन टॉप में घूमने जाना बिलकुल फ्री है।
11. भीमताल | Bhimtal Uttrakhand
प्राकृतिक झील के परिवेश में बसा भीमताल नैनीताल के नजदीक लोकप्रिय जगह है। भीमताल झील पर्यटकों को बोटिंग का आनंद प्रदान करने के साथ मनोरंजन गतिविधि पैराग्लाइडिंग के लिए आदर्श स्थान उपलब्ध कराती है। शांति और हरियाली से परिपूर्ण क्षेत्र प्राकृति के नज़दीक होने का ऐहसास दिलाता है। चारों ओर घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरे वातावरण में पर्यटक शांति और सुकून के साथ अपनी पिकनीक को सफल बना सकते हैं। भीमताल झील नैनीताल में कुमाऊं मंडल में सबसे बड़ी झील के लिए जाना जाता है। भीमताल झील कमल और कमल ककड़ी के लिए प्रसिद्ध है। भीमताल नैनीताल से लगभग 20 किलोमीटर और काठगोदाम से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। नैनीताल घूमने जाएं तो आप भीमताल जरूर जाएं।
12. इको गुफ़ा पार्क (Eco Cave garden Nainital)
नैनीताल में कुमाऊं विकास मंडल द्वारा इस पर्यटन स्थल का निर्माण करवाया गया है। इको गुफ़ा पार्क में घूमने के लिए कई गुफा मिल जायेंगी जिसमे गिलहरी गुफ़ा, टाइगर गुफ़ा, वानर गुफ़ा, चमगादड़ गुफ़ा, पैंथर गुफ़ा, फ्लाइंग फॉक्स गुफ़ा मिल जायेंगी यह गुफ़ा सुरंग के माध्यम से आपस में एक दूसरे से जुड़ी हुई है।
गुफा के अदंर एक म्यूजिकल फाउंटेन भी है। इको केव गार्डन घूमने के लिए कम से कम एक घंटे का समय लग जाता है। गुफ़ा में घूमने के लिए 100 रुपए का प्रवेश शुल्क लिया जाता है। Eco Cave Garden Nainital में घूमने जाने के लिए सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक जा सकते हैं।
13. जिम कार्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park New Name)
नैनीताल के कुमाऊं रीजन में 525 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला विशाल जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। जिम कार्बेट का निर्माण विलुप्त काय बंगाल टाइगर की रक्षा के लिए 1936 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में निर्माण किया गया। जिम कार्बेट नेशनल पार्क का नाम जेम्स एडवर्ड कार्बेट के नाम पर रखा गया है।
जिम कार्बेट नेशनल पार्क रामनगर में नैनीताल जिले में स्थित है। लाखों की संख्या में पर्यटक जिम कार्बेट घूमने के लिए जाते रहते है। जिम कार्बेट घना जंगल होने के कारण आपको यहां 400 से अधिक पौधों की प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी। जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से मई के बीच में रहता है।
आपको राष्ट्रीय उद्यान में बाघ, हाथी, जंगली सुअर, भालू, चीतल, सांभर, नीलगाय, हिरण, लकड़बग्घा जैसे जंगली जानवरों को देखने का मौका मिलेगा। साथ ही 600 से अधिक रंग बिरंगी पक्षियों की प्रजातियों को देखने का मौका मिलेगा। जिम कार्बेट को चार भागों में बांटा गया है। आप यहां हाथी सवारी जंगल सफारी, जिप्सी सफारी का आनंद ले सकते हैं।
14. रानीखेत - Ranikhet Uttrakhand
नैनीताल की यात्रा में घूमने लायक अगला पड़ाव अल्मोड़ा जिले में स्थित रानीखेत है जो उत्तराखंड की सबसे सुन्दर जगहों में से एक है। रानीखेत नैनीताल से करीब 58 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। देवदार के लंबे घने वृक्षों से घिरा पर्यटकों के लिए बहुत ही रमणीक हिल स्टेशन के रूप में पर्यटकों का स्वागत करता है। नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण हिल स्टेशन गर्मियों में लोगों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।
रानीखेत की सबसे आकर्षक जगह रानी झील, गोल्फ कोर्स, आशियाना पार्क, सैंट ब्रिजेट चर्च, भालू डैम, ताड़ीखेत, चौबटिया गार्डन हैं। मनमोहक स्थलों के अलावा धार्मिक स्थल के रूप में मनकामेश्वर मंदिर और झूला देवी मंदिर प्रमुख मंदिर है। झूला देवी मंदिर में घंटी चढ़ाने की मान्यता है। कहते है घंटी चढ़ाने से मांगी गई सभी मन्नते पूर्ण होती है। मंदिर में दर्शन करने के बाद आप नौबतिया व्यू प्वाइंट में घूम सकते हैं। रानीखेत में बहुत सी फिल्मों की शूटिंग भी होती रहती हैं। इनमें से एक फिल्म राजा हिंदुस्तानी की शूटिंग रानीखेत में ही हुई थी। नैनिताल से रानीखेत घूमने जाने के लिए बस चलती है जिसका किराया 200 से 250 रुपए तक किराया लगता है।
नैनीताल घूमने कब जाना चाहिए? (Best Season To Visit Nainital)
नैनीताल घूमने जाने की सोच रहे हैं तो आपको बता दे नैनीताल शहर में घूमने के लिए कभी भी जा सकते हैं। यह आपके ऊपर निर्भर करता है। जब समय हो तब जाएं। अगर गिरती हुई बर्फ का नजारा देखना है तो जनवरी के महीने में नैनीताल घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। नैनीताल में सबसे ज्यादा पर्यटक गर्मियों के मौसम में घूमने के लिए जाते है। गर्मियों के मौसम में नैनीताल का तापमान 10 डिग्री से 25 डिग्री तक रहता है।
इसीलिए गर्मियों के मौसम में नैनीताल का मौसम बहुत ही ठंडा और सुहाना रहता है। वैसे जुलाई से सितंबर तक नैनीताल में काफी बारिश होती है जिस कारण यहां भूस्खलन भी देखने को मिलता है। भूस्खलन से कभी कभी रोड़ ब्लॉक हो जाते है। बारिश होने के कारण रोड पर पेड़ टूटकर गिर जाते है। इसलिए रास्ता बंद हो जाता है जिससे यात्रा में असुविधा हो सकती है। संभव हो तो जुलाई से सितंबर के बीच यात्रा करने से बचें।
नैनीताल पहुंचने का आसान माध्यम | How To Reach Nainital
नैनीताल में घूमने जाने के लिए बहुत ही आसान है। नैनीताल पहुंचने के लिए तीनो तरह के साधन उपलब्ध है। वायु मार्ग, सड़क मार्ग और रेल गाड़ी द्वारा नैनीताल जा सकते हैं। आप चाहें तो अपने निजी वाहन बाइक या कार द्वारा नैनीताल घूमने जा सकते हैं। यदि निजी वाहन से घूमने जा रहे हैं तो नैनीताल में पहाड़ी रास्ते होने के कारण बहुत ध्यान से वाहन को ड्राइव करने की आवश्यकता होगी।
क्योंकि पहाड़ी रास्ते में बहुत दुर्घटनाएं होती रहती हैं। निजी वाहन से कालाडूंगी के रास्ते नैनीताल पहुंच सकते हैं या फिर रुद्रपुर हल्द्वानी के रास्ते से नैनीताल जा सकते हैं। नैनीताल में घूमने के लिए ऑनलाइन सर्च करके टूर पैकेज बुक कर सकते हैं। जो घूमने के लिए बहुत ही आसान तरीका है। टूर पैकेज के माध्यम से वह आपको सभी जगह घुमा देते हैं।
नैनीताल बस से कैसे जाएं? (Delhi To Nainital by bus)
नैनीताल बस से पहुंचना बहुत ही आसान है। नैनीताल देश के विभिन्न शहरों से भलीभांति सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है। नैनीताल नेशनल हाईवे 109 से जुड़ा हुआ है। जिसमे प्रमुख शहर बरेली, देहरादून, आगरा, मथुरा, हरिद्वार, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली जैसे शहरों से बस नियमित रूप से चलती रहती हैं।
यदि आप दिल्ली से नैनीताल जाना चाहते हैं तो दिल्ली में आपको कश्मीरी गेट आईएसबीटी और आनंद बिहार टर्मिनल से डायरेक्ट नैनीताल के लिए हर समय बस मिल जायेंगी। जिसमे दिल्ली से वोल्वो, एसी सीटर और साधारण बस उपलब्ध है जिसमे वोल्वो बस का न्यूनतम किराया 900 रुपए तक रहता है। दिल्ली से नैनीताल की दूरी महज 310 किलोमीटर है जिसको तय करने लगभग 06:30 घंटे लग जाते हैं।
नैनीताल ट्रेन से कैसे जाएं? (Delhi To Nainital Train)
नैनीताल ट्रेन से जाने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन हल्द्वानी जिले का काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। यदि दिल्ली से नैनीताल घूमने जा रहे हैं तो काठगोदाम पहुंच कर नैनीताल के लिए बस या टैक्सी से जा सकते हैं। काठगोदाम से नैनीताल की दूरी 35 किलोमीटर है।
आप काठगोदाम से टैक्सी बुक करके भी जा सकते हैं जो आपको लगभग 1000 रुपए से 1500 रुपए में नैनीताल पहुंचा देंगे या बस से नैनीताल जायेंगे तो 70 रुपए का किराया लगता है।
नैनीताल फ्लाइट्स से कैसे पहुंचे? (Delhi To Nainital flight)
नैनीताल फ्लाइट से जाने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट पंत नगर है। जो नैनीताल से 60 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। नैनीताल का पंत नगर हवाई अड्डा छोटा होने के कारण बहुत कम फ्लाइट उड़ान भरती हैं इसलिए फ्लाइट का टिकट बहुत कम उपलब्ध रहता है और दिल्ली से पंत नगर के लिए कुछ ही फ्लाईट उड़ान भरती हैं।
फ्लाइट से नैनीताल घूमने जाने पर 1 घंटे का देहरादून में स्टॉप रहता है। इसके बाद पंत नगर के लिए फ्लाइट्स उड़ान भरती है। फ्लाइट का किराया लगभग 5000 से 5500 रूपए तक रहता है। फ्लाइट से पंत नगर पहुंचकर आप टैक्सी बुक करके नैनीताल पहुंच सकते हैं। पंत नगर से टैक्सी का किराया लगभग 500 रुपए से 1000 रुपए तक पढ़ जाता है।
नैनिताल में कहा ठहरे? (Nainital Me Rukne ki jagah)
नैनीताल एक खूबसूरत पर्यटन स्थल होने की वजह से आपको यहां ठहरने के लिए बहुत सारे होटल है नैनीताल में आपको होटल मल्लीताल और तल्लीताल में मिल जायेंगे इसके अलावा मॉल रोड पर भी होटल मिल जायेंगे। होटल में ठहरने के लिए सस्ते से सस्ता और महंगे से महंगा होटल में रूम मिल जायेगा। मॉल रोड पर ठहरने के लिए होटल के रेट की शुरुआत कम से कम 1000 रुपए से हो जाएंगी। और महंगे भी होटल उपलब्ध हैं।
नैनीताल में यदि आप कार ले कर घूमने जा रहे हैं तो कार पार्किंग के लिए बहुत से होटल उपलब्ध है। यदि इससे और भी कम रेट में रुकना चाहते हैं तो नैना देवी झील के पास बहुत से लॉज है जहां 100 रुपए में ठहरने की व्यवस्था है। होटल आप किसी भी एरिया में ले सकते हैं पर सबसे अच्छा एरिया होटल में रूम लेने के लिए मॉल रोड है। क्योंकि यह तल्लीताल और मल्लीताल के बीच में स्थित है जिससे आपको नैनीताल में घूमने के लिए आसान हो जाता है।
नैनीताल कैसे घूमे? (How To travel Around Nainital)
नैनीताल घूमने का कितना खर्चा आएगा? (Nainital Trip Budget)
नैनीताल शहर घूमने से पहले आपको नैनीताल घूमने का खर्चा जान लेना चाहिए। आपको अपने बजट के अनुसार ही तय करना चाहिए की नैनीताल में कितने दिन के लिए घूमने जा रहे हैं। नैनीताल एक महंगा पर्यटन स्थल है इसलिए आपको यहां घूमने का खर्चा भी थोड़ा ज्यादा लग सकता है। यदि आप नैनीताल हनीमून टूर पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले अच्छे से योजना बना ले।
अगर आप नैनीताल में 3 दिन घूमने की यात्रा का प्लान बना रहे है। तो नैनीताल में घूमने का खर्चा 12000 से लेकर 15000 तक आ जायेगा। वैसे नैनीताल को 2 दिन में घूम जा सकता है। परंतु नैनीताल के आसपास घूमने के लिए आपको कम से कम 3 दिन की यात्रा का प्लान बनना अच्छा है।
नैनीताल हिल स्टेशन के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न - FAQ on Places to Visit in Nainital
1. नैनीताल से रानीखेत की दूरी?
नैनीताल से रानीखेत की दूरी लगभग 58 किलोमीटर है। जिसको तय करने में करीब 2 घंटे का समय लग जाता है।
2. नैनीताल से कैंची धाम की दूरी?
नैनीताल से कैंची धाम 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कैंची धाम अल्मोड़ा नैनीताल मार्ग पर स्थित है। भवाली से 9 किमी की दूरी पर स्थित है।
3. नैनीताल में बर्फबारी कब होती है?
नैनीताल में गिरते हुए बर्फबारी का मजा लेना चाहते हैं तो नैनीताल में बर्फबारी दिसंबर से फरवरी के बीच में बर्फ गिरती है।
निष्कर्ष
नैनीताल उत्तराखंड का मनमोहक पहाड़ी शहर है जो पर्यटकों को मनोरंजक आदर्श पर्यटन स्थल प्रदान करने के साथ आध्यामिकता के द्वार खोलता है। प्राकृतिक सौंदर्य और शांति से परिपूर्ण शहर प्रेरणादायक यात्रा को यादगार बनाने का कार्य करता है।